रायपुरः CM Sai in Bhoramdev मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सावन के तीसरे सोमवार यानी आज भोरमदेव में शिव भक्तों पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा करेंगे। इसके लिए सीएम साय राजधानी रायपुर से कवर्धा के लिए रवाना हो गए हैं। उनके साथ डिप्टी सीएम विजय शर्मा भी रायपुर से कवर्धा पहुंचेंगे। यह आयोजन छत्तीसगढ़ में पहली बार हो रहा है, जब प्रदेश के मुखिया स्वयं कावड़ियों पर पुष्प वर्षा करेंगे। उसके उपरांत भोरमदेव बाबा का पूजा अर्चना कर प्रदेश की समृद्धि और खुशहाली के किये कामना करेंगे।
CM Sai in Bhoramdev भोरमदेव में पुष्प वर्षा के उपरांत मुख्यमंत्री साय सुबह 8:00 बजे भोरमदेव मंदिर पहुंचेंगे। वे 9 बजे तक भोरमदेव मंदिर और कवर्धा के प्राचीन और प्रसिद्ध बूढ़ा महादेव मंदिर में पंचमुखी बूढ़ा महादेव का दर्शन, पूजन और अभिषेक करेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री एवं स्थानीय विधायक विजय शर्मा भी उपस्थित रहेंगे। श्रावण मास के पवित्र अवसर पर भोरमदेव और बूढ़ा महादेव मंदिर में विशेष रूप से हजारों की संख्या में कावड़िये अमरकंटक से नर्मदा जल लाकर शिवजी का अभिषेक करते हैं। यह परंपरा पिछले 25 से 30 वर्षों से जारी है और हर वर्ष कावड़ियों की संख्या में वृद्धि हो रही है। मुख्यमंत्री साय का इस वर्ष शिव भक्तों पर पुष्प वर्षा करना इस परंपरा को और अधिक विशेष बना रहा है।
भोरमदेव मंदिर और कवर्धा का बूढ़ा महादेव मंदिर छत्तीसगढ़ में विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखते हैं। भोरमदेव मंदिर अपनी प्राचीनता और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है, जिसे छत्तीसगढ़ का “खजुराहो” भी कहा जाता है। यहाँ श्रावण मास में शिव भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। बूढ़ा महादेव मंदिर भी अपने ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है। इस मंदिर में हर वर्ष श्रावण मास के दौरान हजारों शिव भक्त अपने कावड़ में नर्मदा जल लाकर अभिषेक करते हैं।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के भोरमदेव और कवर्धा दौरे के दौरान सुरक्षा और आयोजन की विशेष तैयारियाँ की गई हैं। पुलिस प्रशासन और अन्य संबंधित विभागों को निर्देशित किया गया है कि वे सभी आवश्यक इंतजाम करें ताकि कार्यक्रम का संचालन सुचारू रूप से हो सके। हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा के दौरान सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। इसके साथ ही, शिव भक्तों के लिए भी उचित व्यवस्था सुनिश्चित की गई है ताकि वे बिना किसी परेशानी के अपने धार्मिक अनुष्ठानों को पूरा कर सकें।
यह आयोजन छत्तीसगढ़ के श्रद्धालुओं के लिए एक ऐतिहासिक क्षण साबित होगा। पहली बार राज्य के मुख्यमंत्री स्वयं कावड़ियों पर पुष्प वर्षा करेंगे, जिससे श्रद्धालुओं का उत्साह और भी बढ़ेगा। यह आयोजन छत्तीसगढ़ की धार्मिक परंपराओं और संस्कृति को और भी सशक्त बनाएगा।
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