रायपुर, 12 दिसंबर (भाषा) छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनकी सरकार छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद के खात्मे की ओर तेजी से बढ़ रही है। राज्य में पिछले एक साल में 213 नक्सली मारे गए हैं।
राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के एक साल पूरे होने पर यहां न्यू सर्किट हाउस में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए साय ने कहा कि उनकी सरकार ने 2028 तक राज्य की जीडीपी को 10 लाख करोड़ रुपये तक ले जाने का लक्ष्य रखा है।
उन्होंने पिछली कांग्रेस सरकार की आलोचना की और उसपर राज्य के लोगों को धोखा देने और उनसे किए गए वादों को पूरा नहीं करने का आरोप लगाया।
साय ने कहा, “पिछली कांग्रेस सरकार ने अपने ‘जनघोषणा पत्र’ में किए गए वादों को पूरा नहीं करके न केवल राज्य बल्कि पूरे लोकतंत्र के लिए विश्वास का संकट पैदा कर दिया था। हमारी सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती लोगों के बीच इस विश्वास को स्थापित करना था।”
उन्होंने कहा, ‘अब एक साल बाद मुझे यह बताते हुए संतोष हो रहा है कि हमने ‘मोदी की गारंटी’ (घोषणा पत्र) में किए गए सभी बड़े वादों को पूरा करके विश्वास बहाल किया है।”
साय ने कहा, “हमने वादा किया था कि अगर भाजपा सत्ता में आई तो राज्य में सुशासन स्थापित करेंगे। सरकार बनते ही हमने भ्रष्टाचार के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की। जो लोग भ्रष्टाचार के मामलों में लिप्त पाए जा रहे हैं, उन्हें जेल भेजा जा रहा है।’
नक्सल विरोधी मोर्चे पर अपनी सरकार की उपलब्धि पर प्रकाश डालते हुए साय ने कहा कि उनकी सरकार तेजी से इस खतरे को खत्म करने की ओर बढ़ रही है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद को खत्म करने का संकल्प लिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले एक साल में 213 नक्सलियों को मार गिराया गया और लगभग 1750 ने आत्मसमर्पण किया या उन्हें गिरफ्तार किया गया ।
उन्होंने कहा कि ‘नियद नेल्लनार’ (आपका अच्छा गांव) योजना के तहत सुरक्षा शिविरों के माध्यम से अंदरूनी गांवों में विकास किया जा रहा है तथा बस्तर में पर्यटन गलियारा बनाया जा रहा है।
साय ने कहा, “यह बड़ी उपलब्धि है कि बस्तर के कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान का धुड़मरास गांव अब विश्व पर्यटन मानचित्र पर स्थान पा चुका है। संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन ने पर्यटन की दृष्टि से विकास के लिए इस गांव को दुनिया के चुनिंदा 20 गांवों में शामिल किया है। ”
उन्होंने कहा कि सरगुजा के मधेश्वर पर्वत को दुनिया के सबसे बड़े प्राकृतिक शिवलिंग के रूप में मान्यता मिली है।
साय ने कहा, “हम छत्तीसगढ़ को विकसित बनाने और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने में अपना योगदान देने के लिए दिन-रात काम करेंगे।”
भाषा संजीव नोमान
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