Reported By: Saurabh Singh Parihar
,रायपुर: paddy cultivation in Rabi season in chhattisgarh, रबी सीजन में धान की फसल पर CM विष्णु देव साय ने कहा है कि किसान निश्चिंत होकर गर्मी में धान की फसल लगाएं। रबी सीजन में धान की फसल पर कोई रोक नहीं है। विपक्ष की बात पूरी तरह निराधार और फर्जी है। सीएम ने कहा कि हमारी सरकार किसानों के हित के लिए समर्पित है। दरअसल, कांग्रेस ने रबी सीजन में धान की खेती पर रोक लगाने का आरोप सरकार पर लगाया था, इसी को लेकर सीएम विष्णुदेव साय ने स्पष्टीकरण दिया है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में धान खरीदी की शुरुआत हो चुकी है। लेकिन कुछ जगहों से 21 क्विंटल की धान खरीदी नहीं होने की शिकायत आ रही है। तो वहीं किसानों को धान का एकमुश्त राशि 3100 रुपए इस साल भी नहीं मिलने वाला है। दोनों मुद्दों पर अब कृषि मंत्री और नेता प्रतिपक्ष आमने-सामने हैं।
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एक ऐसा ही मामला सामने आया है, मुंगेली जिले के गांव में 21 क्विंटल धान खरीदी नहीं होने के कारण किसान चक्काजाम में बैठे थे। इसी तरह की स्थिति कुछ अन्य जगहों पर भी देखने को मिल रही है। जिस पर नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत राज्य सरकार पर किसानों से वादा खिलाफी का आरोप लगा रहे हैं।
चरणदास महंत ने बताया की कोरबा के पाली क्षेत्र में किसानों से अनावरी रिपोर्ट के आधार पर धान खरीदी हो रही है। जिसके तहत किसानों से मात्र 12, 13 या 15 क्विंटल ही प्रति एकड़ खरीदी हो रही है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने चुनाव के दौरान धान की राशि ₹3100 एकमुश्त देने की बात कही थी। लेकिन आज धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य ही दिया जा रहा है।
नेता प्रतिपक्ष के आरोपों पर कृषि मंत्री राम विचार नेताम का बयान सामने आए हैं। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस गलत जानकारी दे रही है। सभी धान खरीदी केंद्रों में एक सिस्टम के तरह धान खरीदी हो रही है। किसानों से 21 क्विंटल धान ही खरीदी कर रहे हैं। वहीं उन्होंने धान के एकमुश्त राशि 3100 रुपए नहीं दिए जाने पर कहा कि कांग्रेस किसानों को चार किस्तों में राशि देती थी। किसानों को इसके लिए कितना घूमना पड़ता था जो आज कांग्रेसी इसे मुद्दा बना रहे है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी किसान को राशि की जरूरत है तो ₹10000 तक नगद धान खरीदी केंद्र से ले सकते हैं।
कुल मिलाकर एक बार फिर से किसानों को धान की एक मुश्त राशि नहीं मिलने जा रही है। यह पहला मौका नहीं है जब किसानों से किया गया वादा पूरा नहीं हो रहा है। इससे पहले भी कांग्रेस की सरकार चार किस्तों में धान की राशि देकर किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया था। तो वहीं 21 क्विंटल धान खरीदी नहीं होने की कुछ शिकायतों पर संबंधित विभाग को तत्काल ध्यान दिया जाना चाहिए। ताकि किसानों को उनके मेहनत का लाभ मिल सके।