गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। जिले में शहर के कांग्रेस नेताओं में गुटबाजी अब स्पष्ट रूप से उभरकर सामने आ गयी है। दरअसल, नगर पंचायत पेंड्रा में आठ पार्षद सहित नगर पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और चार एल्डरमैन कांग्रेस पार्टी से हैं। यहां एक ही पार्टी की सत्ता होने के बावजूद कांग्रेसी नेताओं में खींचातानी काफी दिनों से सियासी गलियारे में चर्चा का विषय बनी हुई है। गुटबाजी की शिकायतें अब सामान्य हो गयी है।
ऐसे ही कल 21 अप्रैल को जब नगर पंचायत के ही तत्वाधान में मल्टीपरपज स्कूल ग्राउंड में विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत की अध्यक्षता में करोड़ों रूपये के लोकार्पण और हितग्राहियों को सामग्री वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया था, तो नगर पंचायत उपाध्यक्ष पंकज तिवारी सहित मदरसा बोर्ड के सदस्य और पार्शद शाहिद राईन और कुछ पार्षद तथा दो एल्डरमैनों ने कार्यक्रम का बहिष्कार करते हुये महंत के समक्ष शिकायत भी किया कि नगर पंचायत अध्यक्ष और सीएमओ के द्वारा बार बार वही कार्यक्रम कराया जा रहा है और नगर पंचायत के निर्वाचित और मनोनीत जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा की जा रही है और सूचना तक नहीं दी जाती है। ये कहते हुये कांग्रेसी नेताओं ने कार्यक्रम में जाने से परहेज किया।
इस बारे में नगर पंचायत अध्यक्ष राकेश जालान ने आरोप लगाया कि विरोध करने वाले नेता निष्क्रिय है और नगर पंचायत आते ही नहीं है। उनको पता ही नही है कि नगर में कितने विकास के कार्य हो रहे है। कार्यक्रम का आयोजन सीएमओ की जिम्मेदारी में होता है। ऐसे में विरोधी नेताओं का विरोध को बेवजह बतलाया है। वहीं पार्टी के नेताओं में खुलेआम फूट और गुटबाजी सरेआम दिखने लगी है। ऐसे में जिला कांग्रेस अध्यक्ष मनोज गुप्ता इसे पार्टी की बजाय केवल नगर पंचायत की गुटबाजी होने की बात कहते हुये विवादों से किनारा करते नजर आ रहे हैं। आने वाले चुनाव के पहले कांग्रेस में अभी से दिख रही गुटबाजी को आखिर कांग्रेस कैसे कंट्रोल करती है ये देखने वाली बात होगी। IBC24 से शरद अग्रवाल की रिपोर्ट
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