womens reached the collector demanding their sterilization: गरियाबंद। प्रदेश की विशेष पिछड़ी जनजाति कमार व भुजिया जनजातियों पर नसबंदी ऑपरेशन पर प्रतिबंध लगा रखा है, किंतु आज जिला कार्यालय के जन चौपाल में पहुंचकर सैकड़ों की संख्या में महिलाओं ने नसबंदी ऑपरेशन की इजाजत देने की कलेक्टर से मांग की। जिससे वे नसबंदी करा सकें। जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो और घरों में खुशहाली आ सके, जबकि जिलाधीश का कहना है कि शासन ने जनजाति के नसबंदी पर प्रतिबंध लगा रखी है, इसलिए यह सभँव नहीं है, अन्य तरीकों से महिलाएं चाहती है तो जनसंख्या नियंत्रण कर सकती हैं ।
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women reached the collector demanding their sterilization: बता दें कि राज्य शासन के निर्देशानुसार प्रत्येक जिला कार्यालय में सप्ताह में 1 दिन जन चौपाल का आयोजन किया जाना है। इसी कड़ी में लगातार लोग पहुंचकर अपनी समस्या व मांग को रखकर जिलाधीश से समाधान करवा रहे हैं । इसी कड़ी में आज एक विचित्र मांग कलेक्टर के पास पहुंची, जिसे लेकर कलेक्टर स्वयं हतप्रभ रह गए, दरअसल कमार, भुजियां जनजाति की सैकड़ों महिलाएं अपने नसबंदी कराने की मांग को लेकर पहुंची थी। IBC24 को मिली खबर के अनुसार इन महिलाओं ने जिलाधीश से नसबंदी पर से रोक के आदेश को हटवाने की मांग रखी। जिस पर जिलाधीश ने कहा यह संभव नहीं है। उनकी मांगे राज्य शासन को भेज दिया जाएगा। वे कोई ऐसा आदेश नहीं दे सकते, यह जरूर है कि महिलाएं अगर चाहे तो अपनी स्वयं की इच्छा से अन्य तरीकों से अपनी जनसंख्या को नियंत्रित कर सकती है।