गरियाबंद। जिले के 977 प्राथमिक शालाओं के साथ-साथ प्रदेशभर की 30 हजार 900 प्राथमिक शालाओं में आज पढ़ई तिहार कार्यक्रम के तहत अंगना म शिक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बच्चों की माताओं को स्कूल में बुलाकर बच्चों को स्कूल आने के पहले किस तरह घर पर ही बेसिक शिक्षा दी जाए, इसका प्रशिक्षण दिया गय।
घरेलू चीजों जैसे सब्जी बर्तन, कपड़े, अन्य सामग्रियों के माध्यम से खेल खेल में उन्हें गिनने, रंग पहचानने, बच्चों को कुछ याद रखने आदि चीजें कैसे सिखाएं इसका प्रशिक्षण आज माताओं को दिया गया, वही बच्चों को भी स्कूल में किस तरह उन्हें अच्छे वातावरण के बीच में पढ़ाई करवाई जाएगी, इसका उदाहरण दिया गया। जिले के मरोदा ग्राम में आयोजित अंगना में शिक्षा कार्यक्रम में पहुंचे समग्र शिक्षा के मिशन संचालक श्याम चंद्राकर ने बताया कि बच्चों को घर पर ही उपलब्ध सामग्रियों के माध्यम से उनकी माताओं द्वारा स्कूल पहुंचने के पहले किस तरह बेसिक शिक्षा दी जाए, इसके लिए समग्र शिक्षा ने विशेष पाठ्यक्रम तैयार किया है।
माताओं को बुलवाकर आज उस पाठ्यक्रम के हिसाब से प्रशिक्षित किया गया। अब प्रतिदिन संध्या माताएं अपने और पड़ोस के बच्चों को भी बुला कर कम से कम डेढ़ घंटा पाठ्यक्रम में सुधारे गए तरीके से खेल-खेल में पढ़ाई करवाएंगे, ताकि 15 जून को जब स्कूल खुले और बच्चे वहां आए तो पहले से उन्हें शिक्षा की बेसिक जानकारी उपलब्ध रहें। IBC24 से फारूक मेमन की रिपोर्ट