Chhattisgarh Teacher Suspend News || गरियाबंद में शिक्षक निलंबित

CG Teacher Suspend News: खुद शिक्षा सचिव पहुंचे स्कूल.. लगाई क्लास, पूछे सवाल.. इधर निलंबित की गई हेडमास्टर और संकुल समन्वयक

इस औचक निरीक्षण ने शिक्षा व्यवस्था की खामियों को उजागर किया और लापरवाही बरतने वालों पर प्रशासन की सख्ती साफ दिखी।

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Modified Date: February 1, 2025 / 06:55 PM IST
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Published Date: February 1, 2025 6:55 pm IST

Chhattisgarh Teacher Suspend News: गरियाबंद: जिले में शिक्षा का हाल जानने पहुंचे शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी ने जब बारूका माध्यमिक शाला का निरीक्षण किया, तो शिक्षा की स्थिति चिंताजनक पाई। उन्होंने छात्रों से पाठ्यपुस्तक पढ़ने को कहा, लेकिन कई विद्यार्थी सही ढंग से पढ़ नहीं सके। इसके अलावा, जब शिक्षकों से शैक्षणिक विषयों पर प्रश्न पूछे गए, तो कई शिक्षक संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके।

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शिक्षा की इस गिरती गुणवत्ता से नाराज शिक्षा सचिव ने तत्काल कार्रवाई करते हुए बारूका माध्यमिक शाला के प्रधान पाठक ललित साहू और मालगांव के संकुल समन्वयक भूपेंद्र सिंह ठाकुर को निलंबित कर दिया। साथ ही, दो शिक्षिकाओं को कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है।

Chhattisgarh Teacher Suspend News: इसके बाद शिक्षा सचिव गरियाबंद स्थित पीएम श्री स्कूल पहुंचे, जहां निरीक्षण के दौरान उन्हें लैब में भारी अव्यवस्था नजर आई। स्कूल परिसर में साफ-सफाई की स्थिति भी दयनीय पाई गई। इस पर सख्त रुख अपनाते हुए उन्होंने विद्यालय की प्राचार्य वंदना पांडे को तीन दिन के भीतर सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश देते हुए नोटिस जारी किया।

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इस औचक निरीक्षण ने शिक्षा व्यवस्था की खामियों को उजागर किया और लापरवाही बरतने वालों पर प्रशासन की सख्ती साफ दिखी।

1. गरियाबंद में कितने शिक्षकों पर कार्रवाई की गई?

प्रधान पाठक ललित साहू और संकुल समन्वयक भूपेंद्र सिंह ठाकुर को निलंबित किया गया, जबकि दो शिक्षिकाओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।

शिक्षा सचिव ने स्कूलों में कौन-कौन सी कमियां पाईं?

छात्रों का सही से पढ़ने में असमर्थ होना, शिक्षकों का विषयों में कमजोर होना, लैब में अव्यवस्था और स्कूल परिसर की खराब सफाई जैसी कमियां पाई गईं।

पीएम श्री स्कूल की प्राचार्य को क्या निर्देश दिए गए?

प्राचार्य वंदना पांडे को तीन दिन के भीतर स्कूल की सभी व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश दिए गए और उन्हें नोटिस जारी किया गया।

यह निरीक्षण क्यों किया गया था?

शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने और स्कूलों की वास्तविक स्थिति का मूल्यांकन करने के लिए यह औचक निरीक्षण किया गया।

क्या अन्य जिलों में भी ऐसे निरीक्षण होंगे?

संभावना है कि शिक्षा विभाग अन्य जिलों में भी इसी तरह के औचक निरीक्षण कर सकता है ताकि शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके।