Reported By: Saurabh Singh Parihar
,रायपुरः CG Politics छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के समय भूपेश बघेल के मीडिया सलाहकार रहे रुचिर गर्ग ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है कि पत्रकारिता छोड़कर राजनीति में आने वाले गर्ग ने अपना इस्तीफा पत्र पीसीसी चीफ दीपक बैज को भेजा है। अब इस मामले को लेकर प्रदेश में सियासत भी गर्म हो गई है। इस मसले को लेकर मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने कहा कि जहाज डूबने को होता है तो पंछी उड़ने लगता है। BJP और कांग्रेस में जमीन-आसमान का अंतर है। कांग्रेस में लोग व्यवस्थाओं से जुड़ते हैं, अभी जो घोटाले खुल रहे हैं वही व्यवस्था का अंश है। वहीं भाजपा से लोग विचारधारा से जुड़ते हैं।
CG Politics पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कोर टीम का अहम हिस्सा रहे पिछले विधानसभा चुनावों के बाद से ही सक्रिय राजनीति से दूरी बना ली थी। हाल ही में उन्हें दक्षिण विधानसभा चुनाव की टीम में शामिल किया गया था, लेकिन उन्होंने इस जिम्मेदारी को निभाने में असमर्थता जताई थी। बता दें कि 2018 के विधानसभा के समय उन्होंने पत्रकारिता छोड़कर राजनीति में प्रवेश किया था। गर्ग को पार्टी में लाने की प्रक्रिया गोपनीय ढंग से हुई थी। उस समय कहा जा रहा था कि वे चुनाव लड़ेंगे, लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया।
बता दें कि साल 2023 के विधानसभा चुनाव के समय से ही कांग्रेस पार्टी अंतर्कलह से जूझ रही है। पार्टी के कई नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है। कईयों ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है।
रुचिर गर्ग ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने का निर्णय लिया है, हालांकि इसका सही कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है। इस इस्तीफे ने प्रदेश में सियासी हलचल पैदा कर दी है।
रुचिर गर्ग ने 2018 के विधानसभा चुनाव में पत्रकारिता छोड़कर राजनीति में कदम रखा था और कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए थे।
नहीं, रुचिर गर्ग को 2018 में कांग्रेस पार्टी ने चुनावी टिकट नहीं दिया था, हालांकि उनकी पार्टी में शामिल होने की प्रक्रिया गोपनीय थी।
2023 के विधानसभा चुनाव के बाद से कांग्रेस पार्टी अंतर्कलह से जूझ रही है, जिसके कारण कई नेताओं ने इस्तीफा दिया है और कुछ ने भाजपा का दामन थाम लिया है।
रुचिर गर्ग भूपेश बघेल की कोर टीम का अहम हिस्सा थे, खासकर उनकी मीडिया सलाहकार के रूप में भूमिका रही थी।