रायपुर। यदि अनुकंपा नियुक्ति किसी के लिए परेशानी का सबब बन जाए, तो आप कहेंगे ? किसी की परेशानी दोगुना कर दे तो क्या कहेंगे? … जी हां, कुछ ऐसा ही हुआ है जिला जांजगीर के सक्ति की शिक्षाकर्मी आरती सोनवानी के साथ…. जिन्हें बिना सैलरी के ही मजबूरी में 1 साल से नौकरी करना पड़ा रहा है। उन्हें 1 साल से वेतन नहीं मिला है।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*<<
Read more : इन इलाकों में बंद रहेगी इंटरनेट सेवा, इस वजह से यहां के प्रशासन ने लिया फैसला
अब शिक्षक नेता विवेक दुबे को सीएम भूपेश भूपेश बघेल को पत्र लिखकर सहयोग की गुहार लगाई है। मुख्यमंत्री को ट्वीट कर मामले की पूरी जानकारी दी है। वहीं नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया, नगरीय प्रशासन विभाग की संचालक प्रियंका शुक्ला को भी अवगत कराया है। वहीं नागरिकों ने भी ट्वीट कर सैलरी देने सरकार से गुहार लगाई है।
सोनवानी के पति के निधन के बाद सितंबर 2020 में नगर पालिका परिषद सक्ति में सहायक शिक्षक विज्ञान के पद पर अनुकंपा नियुक्ति देते हुए शासकीय हाई स्कूल कसेरपारा में नियुक्त किया गया ।आरती को लगा कि वह अनुकंपा नियुक्ति से परिवार क भरण-पोषण कर लेगी, लेकिन हुआ इसके उल्टा। लेकिन अनुकंपा नियुक्ति ही उसकी परेशानी बढ़ गई। दरअसल, सोनवानी से विभाग सेवाएं तो ले रहा है, लेकिन सैलरी देना भूल गया है।
read more : हैवानियत : 16 साल की छात्रा से गैंगरेप, गर्भवती होने पर आरोपियों ने खिलाई दवा, कर दिया ये हाल
क
ई बार निवेदन और गुहार लगाने के बाद भी 1 साल से उसे वेतन नहीं मिला है। स्थानीय अधिकारियों की ओर से बताया जाता है कि राज्य से ही आवंटन नहीं आ रहा है। डेढ़ साल की नौकरी में जैसे-तैसे दूसरे फंड से उसे 6 माह का वेतन काट लिया, लेकिन कमरतोड़ महंगाई में बिना सैलरी के परिवार को पालना मुश्किल हो रहा है।