रायपुरः CG Politics विधानसभा चुनाव में बगावती तेवर अपनाने वाले छत्तीसगढ़ के कांग्रेस नेताओं का निष्कासन रद्द कर दिया गया है। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पार्टी ने उन्हें वापस बुला लिया है। पीसीसी प्रभारी महामंत्री ने निष्कासन निरस्तीकरण को लेकर आदेश जारी कर दिया है। जारी आदेश के मुताबिक जिन नेताओं का निष्कासन रद्द हुआ है, उनमें पूर्व विधायक विनायक जायसवाल, बिलासपुर महापौर रामशरण यादव, प्रेमचंद जायसी शामिल है।
CG Politics बता दें कि मनेंद्रगढ़ के पूर्व विधायक डॉ. विनय जायसवाल ने आरोप लगाया था कि प्रदेश प्रभारी सचिव चंदन यादव ने 7 लाख रुपये लिए हैं। जायसवाल ने कहा था कि अगर पार्टी फंड के लिए पैसा लिया जाता है तो यह स्वीकार्य है, लेकिन इसे व्यक्तिगत उपयोग के लिए लेना बेहद आपत्तिजनक है। उन्होंने टिकट आवंटन के मानदंडों पर सवाल उठाया था।
वहीं महापौर रामशरण यादव ने टिकट वितरण को लेकर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव और प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा पर पैसे के लेनदेन का आरोप लगाया था। उनका आडियो भी वायरल हुआ था। महापौर रामशरण बेलतरा विधानसभा से दावेदार थे। पूर्व विधायक और कांग्रेस से बागी अरुण तिवारी के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि टिकट वितरण करने के लिए प्रदेश प्रभारी सैलजा के पिता को हवाला के जरिए चार करोड़ की राशि पहुंचाई गई है।