Cash and jewelry worth Rs 90 lakh stolen in Bhilai: भिलाई: कोहका थाना क्षेत्र में अज्ञात चोरों ने एक बड़ी चोरी की वारदात को अंजाम दिया है। जानकारी के अनुसार, चोरों ने एक खाली मकान को निशाना बनाकर वहां से नकदी और गहनों की चोरी की। पीड़ित परिवार ने पुलिस को बताया कि चोरी गए गहनों और नकदी की कुल कीमत लगभग 90 लाख रुपये है। चोरों ने घर में रखे 70 हजार रुपये नकद भी चुरा लिए।
यह घटना उस समय हुई जब पीड़ित परिवार शादी समारोह में शामिल होने के लिए बिहार गया हुआ था। इस दौरान चोरों ने सूने घर का फायदा उठाकर वारदात को अंजाम दिया। पुलिस के अनुसार, घर में सीसीटीवी कैमरे लगे थे, लेकिन शातिर चोर डीवीआर भी अपने साथ ले गए।
घर के बिखरे सामान और तोड़-फोड़ के तरीके को देखकर पुलिस का मानना है कि चोरों की संख्या एक से अधिक हो सकती है। पीड़ित परिवार की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है, और पुलिस ने चोरों की तलाश के लिए विशेष टीम गठित कर दी है।
▶️सूने मकान से लाखों की चोरी।
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भिलाई के अलावा, राजधानी रायपुर में भी चोरी की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। हाल ही में दलदल सिवनी क्षेत्र की हर्ष सोसाइटी में एक और बड़ी चोरी ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
आईटी कंपनी में एरिया मैनेजर के पद पर कार्यरत आशीष रंजन अपने परिवार के साथ रिश्तेदार के निधन पर नालंदा, बिहार गए हुए थे। जब 27 दिसंबर को वे लौटे, तो उन्होंने घर का मुख्य दरवाजा टूटा हुआ पाया।
घर के अंदर का नजारा चौंकाने वाला था। अलमारियां टूटी हुई थीं और उनमें रखे लगभग 2 लाख रुपये नकद और करीब 8 लाख रुपये के सोने-चांदी के आभूषण गायब थे। चोरी की कुल रकम लगभग 10 लाख रुपये बताई जा रही है। उन्होंने इस घटना की रिपोर्ट पंडरी थाने में दर्ज कराई, और पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
लगातार हो रही इन घटनाओं ने कॉलोनियों में तैनात सुरक्षा गार्डों और पुलिस की रात्रि गश्त की प्रभावशीलता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। रायपुर की घटना के समय कॉलोनी में गार्ड तैनात था, लेकिन इतनी बड़ी चोरी कैसे हो गई, यह चिंताजनक है।
इस तरह की घटनाएं सुरक्षा व्यवस्था की कमजोरियों को उजागर करती हैं और निवासियों में असुरक्षा की भावना पैदा कर रही हैं। हालांकि पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, लेकिन सवाल यह है कि क्या गश्ती दल और सुरक्षा गार्डों की उपस्थिति वास्तव में प्रभावी है।
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इन घटनाओं से यह स्पष्ट है कि सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने की जरूरत है। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को मिलकर काम करना होगा ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके और नागरिकों का विश्वास बहाल किया जा सके।