Publish Date - January 30, 2025 / 12:57 PM IST,
Updated On - January 30, 2025 / 02:00 PM IST
दुर्ग : Action On Bike Theft In Durg जिले में चोरी हुए वाहनों की बरामदगी अब एक क्लिक में संभव हो गई है। यह स्मार्ट पुलिसिंग पहल आईजी रामगोपाल गर्ग द्वारा लॉन्च किए गए ‘सशक्त एप’ की मदद से हो रही है। इस एप के माध्यम से पुलिस ने लगातार सफलता प्राप्त की है, और अब तक 12 चोरी हुए वाहनों को बरामद किया जा चुका है। हाल ही में सुपेला पुलिस ने ‘सशक्त एप’ के माध्यम से दो चोरी के वाहनों को बरामद किया है। ये दोनों वाहन फरीदनगर ग्राउंड और मिलन चौक के पास संदिग्ध रूप से खड़े हुए थे। एप की सहायता से इन वाहनों की पहचान की गई और तुरंत कार्रवाई की गई।
Action On Bike Theft In Durg आईजी रामगोपाल गर्ग ने बताया कि सशक्त एप के लॉन्च होने के बाद से दुर्ग जिले में पुलिसिंग की प्रक्रिया में सुधार आया है और कार्यकुशलता में भी वृद्धि हुई है। अब तक, इस एप को 800 से ज्यादा पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा उपयोग किया जा रहा है। इस एप की मदद से रोजाना अभियान चलाकर चोरी हुए वाहनों को ट्रैक किया जा रहा है, जिससे पुलिस की कार्यक्षमता में भी सुधार हो रहा है।
Action On Bike Theft In Durg ‘सशक्त एप’ एक अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करता है, जिससे पुलिस को चोरी हुए वाहनों की जानकारी तत्काल मिलती है। एप के जरिए पुलिस कर्मी वाहनों की वास्तविक स्थिति, स्थान, और अन्य आवश्यक जानकारी एक क्लिक में प्राप्त कर सकते हैं, जिससे गश्त की प्रक्रिया और अभियान अधिक प्रभावी और तेज हो जाते हैं।
सशक्त एप का उद्देश्य क्या है?
सशक्त एप का मुख्य उद्देश्य चोरी हुए वाहनों की त्वरित बरामदगी में मदद करना है। इसके माध्यम से पुलिस कर्मी चोरी के वाहनों की जानकारी एक क्लिक में प्राप्त कर सकते हैं और उनकी तलाश तेज़ी से कर सकते हैं।
अब तक कितने वाहन सशक्त एप के जरिए बरामद किए गए हैं?
सशक्त एप के लॉन्च के बाद से दुर्ग जिले में अब तक कुल 12 चोरी हुए वाहनों की बरामदगी की जा चुकी है।
कितने पुलिसकर्मी सशक्त एप का इस्तेमाल कर रहे हैं?
दुर्ग जिले में अभी तक 800 से अधिक पुलिस अधिकारी और कर्मचारी सशक्त एप का उपयोग कर रहे हैं।
सशक्त एप कैसे काम करता है?
इस एप की मदद से पुलिस कर्मी चोरी हुए वाहनों के बारे में तुरंत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और उनका पता लगाने में मदद मिलती है। यह एप वाहन के स्थान और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी को एक क्लिक में ट्रैक करता है।
क्या सशक्त एप अन्य जिलों में भी इस्तेमाल किया जा रहा है?
फिलहाल, यह एप दुर्ग जिले में इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन भविष्य में इसे अन्य जिलों में भी लागू करने पर विचार किया जा सकता है।