रायपुर, 28 सितंबर (भाषा) पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला ने आरोप लगाया है कि देश में ड्रग माफिया सरकार की नाक के नीचे फल फूल रहा है और उन्होंने हाल ही में भारी मात्रा में पकड़े गए नशे के पूरे मामले की उच्चतम न्यायालय के मौजूदा न्यायधीश का आयोग बनाकर जांच कराने मांग की है।
शुक्ला ने मंगलवार को रायपुर के प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस महीने की 13 तारीख को 21 हजार करोड़ रुपये मूल्य की तीन हजार किलो हेरोइन पकड़े जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया था।
उन्होंने कहा कि यह ड्रग्स ईरान ‘सेमिकट टेलकम पाउडर’ की फर्जी ब्रांडिंग से मेसर्स हसन हुसैन लिमिटेड, अफगानिस्तान द्वारा ईरान के माध्यम से भारत भेजे गए थे। ड्रग्स आशी ट्रेडिंग कंपनी के नाम से मंगवाए गए तथा आशी ट्रेडिंग कंपनी के मालिक गिरफ्तार किए गए लेकिन असल ड्रग माफिया कौन है, उसका चेहरा बेनकाब ही नहीं हुआ है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि जानकारी मिली है कि नौ जून को भी आशी ट्रेडिंग कंपनी के नाम से अफगानिस्तान की मेसर्स हसन हुसैन लिमिटेड ने 25 हजार किलो हेरोइन सेमिकट टेलकम पाउडर के नाम से आयात किए थे, इसकी कीमत 175000 करोड़ रूपये आंकी गयी है।
उन्होंने बताया कि यह हेरोइन पकड़े नहीं गए हैं और अब देश के बाजार में हैं तथा हिंदुस्तान के नौजवानों को नशे की आग में झोंक रहे हैं। यह अपने आप में राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा भी है।
शुक्ला ने कहा कि सवाल यह है कि देश में कौन मगरमच्छ है जो 21 हजार करोड़ और एक लाख 75 हजार करोड़ रूपए की हेरोइन मंगवा रहा है, जिस आशी टेडर्स के आयात-निर्यात के लाइसेंस पर यह माल मंगाया जा रहा है, वह तो कथित तौर से छोटे-मोटे कमीशन एजेंट्स बताए जा रहे हैं। साफ है कि एक बहुत बड़ा ड्रग माफिया सरकार की नाक के नीचे फल-फूल रहा है।
उन्होंने कहा कि देश और दुनिया के इतने बड़े ड्रग्स रैकेट का खुलासा होने के बावजूद प्रधानमंत्री और गृह मंत्री पूरी तरह से चुप हैं।
शुक्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री क्या जवाब देंगे कि 175000 करोड़ रूपए के 25 हजार किलो हेरोइन कहां गए।
कांग्रेस नेता ने पूछा कि मादक पदार्थ नियंत्रण ब्यूरो, डीआरआई, ईडी, सीबीआई, आईबी क्या सोए हुये हैं या फिर उन्हें मोदी जी के विपक्षियों से बदला लेने से फुर्सत नहीं। उन्होंने पूछा कि क्या यह सीधे-सीधे देश के युवाओं को नशे में धकेलने का षड्यंत्र नहीं है और क्या यह राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ नहीं, क्योंकि इन सभी मादक पदार्थों के तार तालिबान और अफगानिस्तान से जुड़े हैं।
उन्होंने पूछा कि क्या ड्रग माफिया को सरकार में बैठे किसी सफेदपोश का और सरकारी एजेंसियों का संरक्षण प्राप्त है।
उन्होंने कहा, ‘‘क्या प्रधानमंत्री और सरकार देश की सुरक्षा में विफल नहीं हो गए हैं। क्या ऐसे में पूरे मामले की उच्चतम न्यायालय के मौजूदा न्यायाधीश का कमीशन बना कर जांच नहीं की जानी चाहिए।’’
कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे पर राजनीति नहीं कर रही है बल्कि यह जानना चाह रही है कि सरकार इस मामले को लेकर चुप क्यों है।
भाषा संजीव संजीव रंजन
रंजन