Disclosure in Mahadev online betting business: दुर्ग। महादेव बुक आईडी ऑनलाइन सट्टा पर अब तक कि सबसे बड़ी कार्यवाही दुर्ग पुलिस ने किया है। इस अवैध कारोबार के राशि को फर्जी कंपनियों में खपाया जाता रहा है ऐसे ही 12 सेल कंपनियों को पुलिस ने पकड़ लिया है। 6 सौ करोड़ के ट्रांजेक्शन को पुलिस ने ट्रेस कर लिया है इनके डायरेक्टर पर जल्द IPC की गंभीर धाराओं के तहत कार्यवाही कर उनके सम्पतियों को किया जाएगा।
कोरोना कॉल में शुरू हुआ ऑनलाइन सट्टे का कारोबार महादेव बुक आईडी आज विश्व के कई देशों में अपना पैर पसार चुका है। इसको संचालित करने वाले लोग देश विदेश में बैठे हुए है। देश के विभिन्न शहरों में गुप्त रूप से संचालन के बाद ट्रांजेक्शन हुए राशि को महादेव बुक आईडी के विदेश में बैठे आकाओं तक पहुंचाने फर्जी कंपनी बनाई गई। इन्ही सेल कंपनियों में कमाई और खर्च बताकर करोड़ों अरबो रुपये विदेश पहुंचाए जा रहे थे। ऐसे ही 12 सेल कंपनियों को दुर्ग पुलिस ने चिन्हित कर लिया है।
करीब 350 अकाउंट की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है जिनके सीधे तौर पर महादेव बुक आईडी यानी ऑनलाइन सट्टा से जुड़े हुए पाए गए है। इन सेल कंपनियों के डायरेक्टरों को भी पुलिस ने चिन्हित कर लिया है, जिनके द्वारा इन सेल कंपनियों के संचालन की जानकारी इकट्ठी कर ली गई है।
Disclosure in Mahadev online betting business: इन सभी 12 सेल कंपनियों का संचालन फर्जी तरीके से हो रहा था सिर्फ महादेव बुक आईडी से होने वाली वसूली को इन कंपनियों में खपाया जा रहा था तो वहीं इन सेल कंपनियों के पूरे सिस्टम को फर्जी चलाने के बाद खर्च और नुकसान भी दर्शाए जा रहे थे जो सिर्फ कागजों में थे। इन 12 सेल कंपनियों के द्वारा करीब 6 सौ करोड़ रुपये के राशि को चिन्हांकित किया गया है, जिस पर जल्द बड़ी कार्यवाही होनी तय है। यह सभी सेल कंपनियां छत्तीसगढ़ से बाहर दूसरे राज्यो में अपना संचालन दिखा रही थी। पुलिस का दावा है कि इन 12 सेल कंपनियों के अलावा भी सेल कपनियां हो सकती है जिसकी जांच जारी है।
Read more: सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी लापरवाही, सरकारी संपत्ति को निशाना बना रहे अज्ञात चोर
Disclosure in Mahadev online betting business: सेल कंपनियों के आड़ में महादेव बुक आईडी ऑनलाइन सट्टा की कमाई को खपाने के जुर्म में सभी 12 कंपनियों के डायरेक्टर की तमाम सम्पत्ति को कुर्क करने का कार्य भी जल्द करने का दावा किया जा रहा है। लगातार दुर्ग पुलिस महादेव बुक आईडी के खिलाफ मुहिम छेड़ी हुई है अब तक 24 ब्रांचों को ध्वस्त किया गया है तो वहीं सैकड़ों संचालित कर रहे आरोपी पकड़े गये है जिनसे हजारों करोड़ के लेनदेन के रिकार्ड भी पुलिस को मिले है।
बता दें कि भिलाई के रहने वाले सौरभ चन्द्राकर के साथ उसके कई गुर्गे दुबई में बैठकर विश्व भर में इसका संचालन कर रहे है। देश और प्रदेश में इनकी कई आईडी संचालित हो रही है। आईडी संचालन में मदद करने वालो में कई पुलिस कर्मियों के साथ ही सफेद पोसो के नाम भी सामने आते रहे है। अब देखना होगा की इन सेल कंपनियों के डायरेक्टरों के नाम का खुलासा कब तक दुर्ग पुलिस करती है।