Reported By: Devendra Mishra
,धमतरी। Dhamtari Kisan Bazar: साल 2017 में तत्कालीन कलेक्टर सीआर प्रसन्ना ने पुरानी कृषि उपज मंडी में किसान बाजार की शुरूआत किया था जहां छोटे-छोटे सब्जी उत्पादक रोजना अपने बाड़ियों से ताजी सब्जियां लाकर यहां बेचते थे, लेकिन अधिकारियों की उदासीनता के चलते किसान बाजार दो साल चलने के बाद बंद हो गई। वहीं अब जिले में आई नई कलेक्टर नम्रता गांधी ने पहल करते हुए फिर से किसान बाजार को शुरू करने कार्य योजना बना रही है। दरअसल, शहर और नगर की गलियों में फेरी लगा कर सब्जी बेचने वाले अपने खुद के खेत और बाड़ियों में उपजाए भाजी तरकारी और फलों को बेचते हैं।
इस तरह के उत्पाद अक्सर जैविक खेती से यानी की बिना रासायनिक खाद के प्राकृतिक ढंग से उपजे होते हैं और इसलिए लोग इन्हे ज्यादा पसंद करते हैं। जिसे देखते हुए 2017 मे तत्कालीन कलेक्टर सी आर प्रसन्ना ने खाली पड़े पुरानी कृषि मंडी में किसान बाजार का निर्माण कराया जहां ऐसे छोटे- छोटे किसानों का चयन किया गया जो रोजाना गांव देहात से शहर में माल बेचने आते थे। उनको पुरानी मंडी में बैठने के लिए जगह मुहैया कराई गई। ये प्रयोग पहले दिन से ही सफल होने लगा और शहर भर के लोग आर्गेनिक फल सब्जी के लिए सुबह-सुबह इकट्ठे होते और कुछ ही घंटे में सभी किसानों का माल बिक जाता था।
Dhamtari Kisan Bazar: छोटे किसान रोजाना सुबह सुबह अच्छी कमाई लेकर घर लौट जाते थे। इसी बीच तत्कालीन कलेक्टर प्रसन्ना का ट्रांसफर होने के बाद अधिकारियों ने किसान बाजार की सुध लेना ही छोड दिया। ऐसे में किसान बाजार बंद हो गया। वहीं जिले की कलेक्टर ने किसान बाजार का निरीक्षण कर एक बार फिर से किसान बाजार को शुरू करवाने अधिकारियों को निर्देश दिए है। कलेक्टर का कहना है कि किसान बाजार इसी माह शुरू हो जायेगा।