रायपुर : Cyber criminals adopted a new method for cheating : साइबर अपराधियों ने आमजनों से ठगी करने का नया तरीका निकाला है। राजधानी में बिजली बिल पटाने के नाम पर की गई ठगी का एक मामला सामने आया है। इस बार शातिरों ने नया पैतरा अपनाकर सेवानिवृत्त सहायक प्राध्यापिका से लाखों की ठगी की है। पीड़ीता के फोन पर बिजली बिल के लिए मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड कराने का मैसेज कर चंद्रलेखा दिवान के खाते से चार लाख 90 हजार रुपये निकाल लिए।
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Cyber criminals adopted a new method for cheating : पीड़िता की शिकायत पर डीडीनगर थाने में मामला दर्ज किया गया है। बता दें की डीडी नगर थाना इलाके के सुंदर नगर निवासी सेवानिवृत्त सहायक प्राध्यापिका चंद्रलेखा दीवान को शातिरों ने अपना निशाना बनाया है। दरअसल, पीड़िता महिला के पास 20 जून को अज्ञात नंबर से फोन आया। फोन धारक ने कहा कि बिजली बिल जो पटा है, उसमे आपका नंबर रजिस्टर्ड नहीं हुआ है। जिसे रजिस्टर्ड करा लो नहीं तो तुरंत बिजली कट जाएगी। इतना सुनते ही शातिरों के झांसे में आकर महिला ने बिजली बिल पटाने के लिए ठगों के बताए गए एप को डाउनलोड कर लिया। उस एप को डाउनलोड करने के बाद शातिरों ने लाखों रुपये उड़ा दिए।
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Cyber criminals adopted a new method for cheating : बिजली विभाग ने अलर्ट किया है कि कंपनी कभी भी उपभोक्ताओं को 10 अंकों के मोबाइल नंबर से कोई मैसेज नहीं भेजती है और न ही 10 अंकों के मोबाइल नंबर पर किसी तरह के भुगतान को स्वीकार किया जाता है। विभाग कभी किसी लिंक को भेजकर भुगतान करने को नहीं कहता है। मोर बिजली के अतिरिक्त अन्य कोई एप डाउनलोड करने के लिए नहीं कहा जाता है।