Publish Date - January 22, 2025 / 02:59 PM IST,
Updated On - January 22, 2025 / 03:53 PM IST
रायपुरः CG Municipal Body Election छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान हो गया है। इसी के साथ ही प्रदेश में आचार संहिता भी लग गई है। इधर राजनीतिक दलों के नेता अब शहरी सरकार के लिए गुणा-गणित लगा रहे हैं। महापौर के सहित पार्षद पद के दावेदारों ने तेज लॉबिंग शुरू कर दी है। कई जगहों पर नेता अपनी पत्नी के लिए टिकट मांग रहे हैं। कांग्रेस के कई सक्रिय नेता अपनी पत्नियों को टिकट दिलाने के लिए सीनियर नेताओं से लगातार संपर्क कर रहे हैं। कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध भी शुरू कर दिया है।
CG Municipal Body Election दरअसल, राजधानी रायपुर सहित प्रदेश के कई नगर निगमों में स्थानीय नेता महापौर पद व पार्षद के लिए जिन वार्डों से चुनाव लड़ना चाह रहे थे, वह अब महिलाओं के लिए आरक्षित हो गई है। ऐसे में स्थानीय नेता अपनी पत्नियों को टिकट देने की मांग कर रहे हैं। इस मसले को लेकर पूर्व पीसीसी चीफ धनेंद्र साहू ने कहा कि जो संगठन में काम करेगा, उसी महिला को टिकट मिलना चाहिए।
चुनाव की घोषणा से मतदान की तारीख के बीच महज 21 दिनों का समय है। दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दल 25 से 26 जनवरी के बीच ही प्रत्याशियों की घोषणा करेगी। नामों की घोषणा के बाद नामांकन दाखिल करने और नाम वापसी इत्यादि में चार से पांच दिन निकल जाएंगे। सभी प्रत्याशी एक-दो फरवरी से ही पूरी ताकत के साथ मैदान में उतर पाएंगे। मतदान के 48 घंटे पहले प्रचार थम जाएगा। लिहाजा प्रत्याशियों को प्रचार-प्रसार के लिए केवल 10 से 11 दिन का ही समय मिलेगा। प्रचार के लिए कम समय मिलने के कारण अधिकांश दावेदार अभी से चिंता में है।
छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव की तारीखें कब घोषित की गईं?
छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है और इसके साथ ही राज्य में आचार संहिता भी लागू हो गई है।
राजनीतिक दलों में किस प्रकार की हलचल देखी जा रही है?
राजनीतिक दलों के नेता शहरी सरकार के लिए हलचल बढ़ा रहे हैं, विशेषकर महापौर और पार्षद पद के दावेदार अपनी लॉबिंग तेज कर चुके हैं। कई नेता अपनी पत्नियों के लिए टिकट मांग रहे हैं।
महिलाओं के लिए आरक्षित वार्डों में क्या हो रहा है?
राजधानी रायपुर समेत कई नगर निगमों में जिन वार्डों या महापौर पदों के लिए चुनाव होने थे, वे महिलाओं के लिए आरक्षित हो गए हैं। ऐसे में कई स्थानीय नेता अपनी पत्नियों को टिकट देने की मांग कर रहे हैं।
प्रचार के लिए कितने दिन का समय मिलेगा प्रत्याशियों को?
चुनाव की तारीखों के बीच प्रचार के लिए केवल 10 से 11 दिन का समय मिलेगा। मतदान के 48 घंटे पहले प्रचार थम जाएगा, जिससे प्रत्याशी चिंता में हैं क्योंकि प्रचार का समय कम है।
पार्टी में टिकट पाने के लिए क्या प्रतिक्रिया है?
कांग्रेस के कई सक्रिय नेता अपनी पत्नियों को टिकट दिलाने के लिए सीनियर नेताओं से लगातार संपर्क कर रहे हैं। इस मुद्दे पर पूर्व पीसीसी चीफ धनेंद्र साहू का कहना है कि टिकट संगठन में काम करने वाली महिलाओं को मिलना चाहिए।