रायपुर: CG Politics छत्तीसगढ़ में शराब हमेशा एक राजनीतिक मुद्दा रहा है। अब एक बार फिर से शराब अहाते को लेकर कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने है। आखिर दोनों पार्टियों के बीच बहस क्यों हो रही है।
CG Politics छत्तीसगढ़ में सरकार किसी भी पार्टी की रहे शराब दुकानों को लेकर विवाद होना तय है। पिछले 5 साल कांग्रेस की सरकार में BJP विपक्ष की भूमिका में रही। विपक्ष के तौर पर भाजपा ने शराबबंदी को लेकर सड़क से सदन तक प्रदर्शन किया। लेकिन अब छत्तीसगढ़ में BJP सत्ता में है और कांग्रेस विपक्ष में है। जिसके चलते कांग्रेस अब नई शराब नीति को लेकर BJP सरकार पर हमला बोल रही है। कांग्रेस ने बीजेपी सरकार की नई शराब नीति और जारी अहाता टेंडर पर सवाल उठाए हैं।
कांग्रेस नेताओं के इन बयानों पर उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने पलटवार किया है। खैर कांग्रेस और भाजपा नेताओं के बयान इस पर जारी रहेंगे। लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि किसी भी सरकार को शराब में इनकम से ज्यादा इसके सेवन से हो रहे नुकसान पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।