हर वर्ग के बच्चों को अंग्रेजी माध्यम में निःशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ सरकार ने स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल की पहल की है, यहां छात्र-छात्राएं आधुनिक सुविधाओं के बीच अंग्रेजी माध्यम में उत्कृष्ट शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, इसके साथ ही यहां शिक्षा प्राप्त कर रहे बच्चों में सांस्कृतिक, साहित्यिक, सामाजिक चेतना और आध्यात्मिक रुचि का विकास भी हो रहा है।
Read More : बेमेतरा के इस महिला समूह को मिलेगा सम्मान, ‘मन की बात’ में पीएम ने बताया उल्लेखनीय कार्य
इसका एक और उदाहरण हाल ही में देखने को मिला जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के बीच मुंगेली जिले में स्थित स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल पहुँचे, यहां कक्षा ग्यारहवीं के छात्र आयुष ने मुख्यमंत्री से बात करते हुए गीता का श्लोक “धर्मक्षेत्रे कुरुक्षेत्रे समवेता युयुत्सवः, मामकाः पाण्डवाश्चैव किमकुर्वत सञ्जय” पढ़ते हुए कुरुक्षेत्र में महाभारत के युद्ध के बीच कृष्ण द्वारा अर्जुन को दिए गए गीता के ज्ञान को पंक्तिबद्ध कविता के रूप में सुनाया।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छात्र की तारीफ़ करते हुए कहा कि नई पीढ़ी में संस्कार और अपनी संस्कृति दोनों की चेतना आ रही है। स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल में एक ओर जहां छात्र-छात्राओं को अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा मिल रही है वहीं दूसरी ओर संस्कृति विषय का ज्ञान भी मिल रहा है।
Read More : यहां मिल रही है आधी से कम कीमत पर Mahindra Thar, जानें सस्ती डिल की डिटेल
मुख्यमंत्री ने कक्षा दसवीं की छात्रा श्वेता लहरे से 3D प्रिंटिंग मशीन के बारे में जानकारी भी ली। जिसमें स्टूडेंट ने उन्हें बताया कि 3D प्रिंटिंग मशीन की सहायता से वह मनचाही आकृति 3D में, इस मशीन के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं। जिसमें स्टूडेंट ने उन्हें फ्लैक्सिबल तितली, गणेश भगवान की मूर्ति और खरगोश की आकृति दिखाई गई। इसके साथ ही बच्चों द्वारा उन्हें खरगोश (रैबिट) की आकृति गिफ्ट भी की गई।
मुंगेली जिले में भेंट-मुलाकात बाद मुख्यमंत्री ने स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूल में क्लास 09 के बच्चो द्वारा बनाए गए ऑटोमेटिक स्ट्रीट लाइट, होम आटोमेशन सिस्टम, ओबसटीकल एवोयडेंस रोबोट, लाइन फॉलोअर रोबोट, स्मार्ट डस्टबीन का निरीक्षण किया। ऑटोमेटिक स्ट्रीट लाइट ने एलडीआर सेंसर लगा हुआ है, दिन में रोशनी के समय काम नही करता, अधेरा होने पर ऑटोमेटिक शुरू हो जाता है।
Read More : इतने कर्मचारियों की होगी छुट्टी! सरकार ने तैयार की सूची, जल्द लिया जा सकता है ये फैसला
इसी तरह होम आटोमेशन सिस्टम घर के लाइट फैन डायरेक्टली मोबाइल से नियंत्रित होते है। यह ब्लूटूथ सेंसर और आईआर सेंसर द्वारा नियंत्रित किए जाते हैं। ओबसटीकल एवोयडेंस रोबोट के सामने कुछ भी ओबसटिकल आने पर उस रास्ते से अलग चले जाता है, उससे टकराता नहीं है। यह रोबोट अल्ट्रासोनिक सेंसर से नियंत्रित होता है। लाइन फॉलोअर रोबोट में इस तरह से प्रोग्रामिंग की जाती है, ये निशचित पथ पर ऑटोमेटिक चलता है। स्मार्ट डस्टबीन एक ऐसा डस्ट बीन है, बिना स्पर्श के अपना ढक्कन खुल जाता है, बिना टच किए अपना कूड़ा करकट डाल सकते हैं।