रायपुर: Narco test of Kawasi Lakhma झीरम घाटी हत्याकांड के मामले को आज 10 साल हो गए, लेकिन इस मामले की जांच आज तक पूरी नहीं हो पाई है। वहीं, झीरम घाटी जांच आयोग का कार्यकाल 6 महीने और बढ़ा दिया गया है। इस मामले में जांच को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने कहा है कि BJP सही जांच चाहती है तो NIA से जांच न कराएं, मामले की जांच राज्य सरकार को करने दें।
Narco test of Kawasi Lakhma सीएम भूपेश बघेल ने कहा है कि झीरम घाटी हत्याकांड मामले में रमन सिंह और मुकेश गुप्ता का नारको टेस्ट हो। इतना ही नहीं उन्होंने आबकारी मंत्री कवासी लखमा का भी नार्को टेस्ट कराने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि लखमा के नारको टेस्ट से हमें कोई दिक्कत नहीं है।
बता दें कि साल 2013 में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की ओर से 25 मई को सुकमा में परिवर्तन रैली आयोजित की गई थी। रैली खत्म होने के बाद कांग्रेस नेताओं का काफिला सुकमा से जगदलपुर जा रहा था। काफिले में करीब 25 गाड़ियां थीं जिनमें 200 नेता सवार थे। शाम करीब 4 बजे काफिला झीरम घाटी से गुजर रहा था। यहीं पर नक्सलियों ने पेड़ों को गिराकर रास्ता बंद कर दिया।
गाड़ियां रुकीं और इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, पेड़ों के पीछे छिपे 200 से ज्यादा नक्सलियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। नक्सलियों ने सभी गाड़ियों को निशाना बनाया। नंदकुमार पटेल और उनके बेटे दिनेश की मौके पर ही मौत हो गई। करीब डेढ़ घंटे तक फायरिंग होती रही। हमले में 30 से भी ज्यादा लोगों की मौत हुई। इसमें अजीत जोगी को छोड़कर छत्तीसगढ़ कांग्रेस के उस वक्त के अधिकांश बड़े नेता और सुरक्षा बल के जवान शहीद हुए।