जिला साहू समाज के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए सीएम भूपेश, भवन निर्माण के लिए 50 लाख रुपए देने का किया ऐलान

जिला साहू समाज के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए सीएम भूपेशः CM Bhupesh Baghel attended oath taking ceremony of District Sahu Samaj

जिला साहू समाज के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए सीएम भूपेश, भवन निर्माण के लिए 50 लाख रुपए देने का किया ऐलान
Modified Date: December 22, 2022 / 10:19 pm IST
Published Date: December 22, 2022 10:19 pm IST

रायपुरः मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज कसडोल में बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के साहू समाज के निर्वाचित पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण समारोह एवं युवक-युवती परिचय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि साहू समाज अपनी सांस्कृतिक पहचान, परंपराओं, रीति-रिवाजों को सहेजे रखने के लिए जागरुक हैं, लगातार सौहार्दपूर्ण सामाजिक आयोजन इसका बड़ा उदाहरण है। ज्ञान-विज्ञान से लेकर खेती-किसानी और राजनीति-व्यापार तक हर क्षेत्र में साहू समाज छत्तीसगढ़ का नाम रौशन कर रहा हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कार्यक्रम में जिला साहू संघ की मांग पर सामाजिक भवन के लिए 50 लाख रुपए देने की घोषणा की। साथ ही उन्होंने समाज की परिचय पत्रिका ‘साहू स्मारिका‘ तथा कसडोल बिलाईगढ़ कैलेंडर का विमोचन किया गया।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ का दौरा करके चार साल में हुए कामों का फीड-बैक ले रहा हूं। 50 से ज्यादा विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करने के बाद आज इस कार्यक्रम में शामिल हो रहा हूं। राज्य सरकार की योजनाओं को लेकर हर जगह बहुत बढ़िया फीडबैक मिल रहा है, लोगों को योजनाओं का लाभ मिल रहा है। बीते चार वर्षों में न केवल साहू समाज, बल्कि हर समाज के लोगों का जीवन स्तर ऊंचा उठा है। सैकड़ों लोगों से सीधी बातचीत कर योजनाओं के प्रभाव का स्वयं जमीनी स्तर पर मूल्यांकन किया है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना और राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना जैसी योजनाओं ने गांव-गांव में उत्साह का वातावरण बनाया है। गांव-गांव में गौठान बनाकर उन्हें ग्रामीण औद्योगिक पार्क के रूप में विकसित करने का परिणाम यह हुआ कि आज हमारी माताएं और बहनें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो रही हैं।

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मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि प्राचीन समय में हमारे गांव उत्पादन का केंद्र हुआ करते थे और शहरों में इन उत्पादों की बिक्री हुआ करती थी, वही दौर फिर से लौट आया है। साहू समाज छत्तीसगढ़ का परंपरागत तेल-उत्पादक समाज है। उन्होंने समारोह में मौजूद लोगों से अपील करते हुए कहा कि बढ़ती हुई महंगाई और शुद्ध, जैविक तेल की बढ़ती हुई मांग को देखते हुए नयी संभावनाओं का जरूर लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि परंपरागत तेल-व्यवसाय को आधुनिक तरीके से आगे बढ़ाने के लिए और इस व्यवसाय से जुड़े लोगों की सहायता और मार्गदर्शन के लिए राज्य में तेलघानी बोर्ड का गठन पहले ही किया जा चुका है। हम अपने किसानों को केवल किसान बनाए नहीं रखना चाहते, बल्कि उन्हें उद्यमी भी बनाना चाहते हैं। जिन फसलों को वे उपजाते हैं, उनका खुद वैल्यू एडीशन करके वे ज्यादा लाभ कमा सकते हैं। उन्होंने कहा कि अपनी योजनाओं के माध्यम से हम हर नागरिक की आय में बढ़ोत्तरी करने के साथ-साथ अपनी संस्कृति और तीज-त्यौहारों के संरक्षण का भी काम कर रहे हैं। इसी क्रम में तीजा-पोरा, हरेली, मां कर्मा जयंती, मां शाकंभरी जयंती, छठ और विश्व आदिवासी दिवस जैसे- लोक पर्वों पर सार्वजनिक अवकाश शुरु किए गए हैं।

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कार्यक्रम को उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल और संसदीय सचिव एवं विधायक कसडोल शकुंतला साहू ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर संसदीय सचिव एवं विधायक बिलाईगढ़ चंद्रदेव राय, प्रदेश साहू संघ के अध्यक्ष टहल साहू तथा तेलघानी बोर्ड के अध्यक्ष संदीप साहू सहित समाज के सुनील साहू, भुवेनश्वर साहू, मोहन कुमारी, हनुमंत साहू, आनंदराम साहू, पंचराम साहू, शीलू साहू, तोष राम साहू, रेवाराम साहू, पवन साहू, गोरेलाल साहू, भारती साहू एवं नीलू चंदन साहू और बड़ी संख्या में समाज के लोग उपस्थित थे।


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