Class 12 student gives birth to baby in Bijapur: बीजापुर। बीजापुर के पोटाकेबिन में पढ़ने वाली छात्रा ने बच्चे को जन्म दिया है। इस मामले में कांग्रेस कमेटी ने 8 सदस्यों की जांच कमेटी बनाई है। यह जांच दल बालोद विधायक संगीता के नेतृत्व में बनाया गया है। बालोद विधायक संगीता सिन्हा के नेतृत्व में गंगालूर जाँच टीम जाएगी व जाँच टीम पोटा केबिन और परिवार से मिलकर PCC को सौंपेगी रिपोर्ट। जाँच दल में संगीता सिन्हा, अंबिका मरकाम विधायक सिहावा, सावित्री मंडावी विधायक भानुप्रतापुर, सुभद्रा सलाम, श्यामबती नेताम, तूलिका कर्मा, नीना रावतीया उड्डे और बोधि ताती शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में एक सरकारी बालिका छात्रावास की छात्रा द्वारा बच्चे को जन्म देने के बाद जिला प्रशासन ने छात्रावास की अधीक्षिका को निलंबित कर दिया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि 20 वर्षीय यह छात्रा पिछले 2-3 साल से अपने परिवार की सहमति से एक युवक के साथ रिश्ते में थी।
बीजापुर जिले के जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) बलिराम बघेल ने बताया कि गंगालूर इलाके में पोर्टा केबिन छात्रावास में 12वीं कक्षा की एक छात्रा ने मंगलवार रात पेट दर्द और बेचैनी की शिकायत की थी, जिसके बाद उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया और वहां उसने एक बच्चे को जन्म दिया।
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बघेल ने बताया कि आज सुबह घटना की जानकारी मिलने पर वह और अन्य अधिकारी छात्रावास और अस्पताल पहुंचे। उन्होंने बताया कि छात्रा 12वीं कक्षा की तीन विषय की परीक्षा में शामिल हो चुकी है।
अधिकारी ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली है कि छात्रा पिछले तीन साल से एक लड़के के साथ रिश्ते में थी। उन्होंने बताया कि उन्होंने अस्पताल में दोनों के माता-पिता से भी मुलाकात की।
बघेल ने बताया कि प्रथम दृष्टया छात्रावास अधीक्षिका की ओर से लापरवाही पाई गई है, क्योंकि उन्हें छात्राओं की स्वास्थ्य स्थिति के बारे में पता होना चाहिए था। बघेल ने बताया कि इस मामले में जिलाधिकारी ने छात्रावास अधीक्षिका अंशू मिंज को निलंबित कर दिया है तथा मामले की जांच की जा रही है।
संवाददाताओं से बातचीत के दौरान छात्रावास अधीक्षिका मिंज ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने हाल ही में छात्रावास में ‘सिकल सेल एनीमिया’ परीक्षण शिविर लगाया था, लेकिन किसी भी छात्रा में गर्भावस्था का कोई लक्षण नहीं बताया गया।
उन्होंने बताया कि उन्हें आज जानकारी मिली कि छात्रा एक लड़के के साथ रिश्ते में थी और इसकी जानकारी दोनों के परिजनों को थी।
पोटाकेबिन नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्कूल के बुनियादी ढांचे के लिए पूर्व-निर्मित संरचनाएं हैं। बस्तर क्षेत्र में कुछ स्थानों पर स्कूल और छात्रावास दोनों सुविधाएं हैं जबकि अन्य स्थानों पर केवल छात्रावास की सुविधा है। केवल आवास सुविधा वाले पोर्टा केबिन में, छात्र स्कूली शिक्षा के लिए पास के स्कूलों में जाते हैं।
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