रायपुर। आज छत्तीसगढ़ के राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन का जन्मदिन है। इस मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज प्रदेश के राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन को जन्मदिन पर बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने अपने बधाई संदेश में कहा राज्यपाल हरि चंदन के दीर्घायु और स्वस्थ जीवन की कामना करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दी हैं। बता दें कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के आदेश से आंध्र प्रदेश के गवर्नर विश्व भूषण हरिंचदन को वहां से हटाकर छत्तीसगढ़ का नया राज्यपाल बनाया। साथ ही छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके को अब मणिपुर का राज्यपाल बनाया गया।
माननीय राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन जी को जन्मदिवस पर बधाई एवं शुभकामनाएँ।
आपके सुदीर्घ एवं सुखमय जीवन की कामना करता हूँ। @GovernorCG pic.twitter.com/pI77Bt4Njw
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) August 3, 2023
बता दें कि, विश्व भूषण हरिचंदन का जन्म एक स्वतंत्रता सेनानी के घर में 3 अगस्त 1934 में हुआ है, जहां पिता परशुराम हरिचंदन ओड़िशा के बड़े साहित्यकार है। बताया जा रहा है कि विश्व भूषण का जन्म ओड़िशा के खोरधा जिले में हुआ था। वहीं, विश्व भूषण हरिचंदन ओडिशा से बीजेपी के सीनियर नेताओं में से एक हैं। विश्व भूषण हरिंचदन ने अपना राजनीतिक करियर 1971 में शुरू किया था। वो भारतीय जनसंघ से भी जुड़े रहे। साल 1977 में जनता पार्टी के गठन तक वो जनसंघ के आंध्र महाचिव रहे थे। इसके अलावा वह संघ के राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य भी रह चुके हैं।
ओडिशा में 5 बार विधानसभा में दर्ज की बिस्वा ने जीत
विश्व भूषण हरिचंदन आंध्र प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष का पद भी संभाल चुकें हैं। उनका कार्यकाल साल 1980 से 1988 तक रहा था। इसके बाद साल 2004 में आंध्र प्रदेश की बीजेडी और बीजेपी गठबंधन सरकार में कैबिनेट मंत्री की भी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। इसके अलावा 13 साल तक यानी 1996 से 2009 तक ओड़िशा विधानसभा में बीजेपी विधायक दल के नेता भी रहे हैं। हालांकि, अबतक विश्व भूषण ओडिशा में 5 बार विधानसभा के चुने जा चुके हैं। 1977, 1990, 1996, 2000 और 2004 में उन्होंने विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की है।
एमरजेंसी के दौरान कई महीने जेल में काटे थे
गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश के गवर्नर विश्व भूषण की पढ़ाई एससीएस कॉलेज पूरी से अर्थशास्त्र में ओनर्स की डिग्री, एमएस लॉ कॉलेज कटक से एलएलबी की डिग्री बिस्वा ने ली है। इसके बाद विश्व भूषण ने एसोसिएशन एक्शन कमेटी के अध्यक्ष के रूप में 1974 में सुप्रीम कोर्ट में न्यायधीशों के अधिक्रमण के खिलाफ ओडिशा में वकीलों के आंदोलन का उन्होंने नेतृत्व किया। इसके बाद विश्व भूषण राजनीति से जुड़ गए। बता दें कि, विश्व भूषण हरिचंदन ने ऐतिहासिक जेपी आंदोलन में शामिल हुए थे। इसके लिए उन्हें एमरजेंसी के दौरान कई महीनों तक जेल में रहना पड़ा था।