रायपुर, नौ जनवरी (भाषा) छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में बृहस्पतिवार को एक प्रगलन संयंत्र में स्थित ‘साइलो’ के ढह जाने से एक मजदूर की मौत हो गई जबकि दूसरा घायल हो गया। पुलिस ने यह जानकारी।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह घटना सारागांव क्षेत्र में स्थित कुसुम स्मेल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड में दोपहर करीब डेढ़ बजे हुई तथा इस घटना में दो अन्य श्रमिकों के मलबे में दबे होने की आशंका है।
मुंगेली राज्य की राजधानी रायपुर से लगभग 100 किलोमीटर दूर स्थित है।
मुंगेली के पुलिस अधीक्षक (एसपी) भोजराम पटेल ने बताया कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, साइलो-भारी मात्रा में सामग्री के भंडारण के लिये लोहे का बना ढांचा- ढह गया जिससे मौके पर मौजूद कुछ श्रमिक इसके नीचे फंस गए।
अधिकारी ने बताया कि सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और बचाव अभियान शुरू किया गया।
उन्होंने बताया कि अब तक दो घायल श्रमिकों को मलबे से निकाला गया है और उन्हें संयंत्र से लगभग 25 किलोमीटर दूर बिलासपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां एक मजदूर की इलाज के दौरान मौत हो गई।
पटेल ने बताया, “मलबे में तीन से चार लोग फंसे हो सकते हैं और क्रेन तथा गैस कटर की मदद से बचाव अभियान जारी है।”
संयंत्र प्रबंधन के हवाले से बिलासपुर संभाग के आयुक्त महादेव कावरे ने बताया कि दो मजदूर लापता हैं और वे मलबे में फंसे हुए बताए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि जिला कलेक्टर और एसपी घटनास्थल पर हैं और मजदूरों का पता लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
संयंत्र प्रबंधन के अनुसार, ‘स्पंज आयरन’ का उत्पादन करने वाली फैक्टरी में लगभग 350 मजदूर विभिन्न पाली में काम करते हैं।
उन्होंने बताया कि दुर्घटना दोपहर के भोजन के समय हुई, इसलिए घटनास्थल पर ज्यादा लोग मौजूद नहीं थे।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि दुर्घटना स्थल पर राहत एवं बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, “मुंगेली जिले के रामबोड़ गांव स्थित स्मेल्टर्स प्लांट में औद्योगिक दुर्घटना का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ है। घटना की जानकारी मिलते ही उच्चाधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्य के लिए आवश्यक निर्देश दिए हैं। घटनास्थल पर राहत व बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। इसकी सतत निगरानी भी की जा रही है।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “ईश्वर से मलबे में दबे मजदूरों के सकुशल होने एवं घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।”
भाषा नोमान पवनेश
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