रायपुर : Chhattisgarh Politics : प्रदेश में चुनावी साल, त्योहार की रौनक और VVIP’s के दौरों के लिए चौकस सुरक्षा व्यवस्था के दावों के बीच रक्षाबंधन की देर शाम राजधानी रायपुर में कुछ ऐसा घटा जिसके सामने आने पर पूरा प्रदेश सन्न रह गया। दो बहनों के साथ हुए गैंगरेप ने राजधानी की कानून व्यवस्था के दावों की भी धज्जियां उड़ा दीं। हालांकि पुलिस ने कुछ ही घटों में गैंगरेप के सभी 10 आरोपियों को धर दबोचा। पता चला कि मुख्य आरोपी भाजपा नेता का बेटा है, पहले से ऐसे ही घिनौने क्राइम में लिप्त रहा है, हाल में जमानत पर छूटा है। ये सामने आते ही पक्ष-विपक्ष में फिर बहस छिड़ गई है। वैसे इस संजीदा विषय पर कोई सियासत ना ही करे तो बेहतर है लेकिन चुनावी साल में भाला ऐसे कैसे हो सकता है।
Chhattisgarh Politics : अगस्त महीने की आखिरी तारीख थी,घड़ी ने रात के करीब 11 बजाए थे। सन्नाटे में डूबी उस रात दो सगी बहनें अपने भाई को राखी बांधकर घर लौट रही थीं। बड़ी बहन का मंगेतर भी उनके साथ था। अचानक उनके रास्ते में आ गए दस दरिंदे। गुनहगारों ने दो बहनों की इज्जत के साथ नगदी और मोबाइल भी लूट ली।
मंदिर हसौद इलाके के रिम्स अस्पताल के सुनसान इलाके में हुई इस सनसनीखेज वारदात के बाद रात करीब एक बजे पुलिस में रिपोर्ट हुई। गैंगरेप कांड का मुख्य आरोपी भाजपा के मंडल उपाध्यक्ष का बेटा पूनम ठाकुर है। पुलिस ने सभी 10 दरिंदों को धर दबोचा गया। पुलिस पीड़ित को लेकर मौका-ए-वारदात पर पहुंची और जांच कर रही है।
Chhattisgarh Politics : राजधानी रायपुर से सटे इलाके में हुई दो बहनों से गैंगरेप की घटना ने हर किसी को सन्न कर दिया। वहीं इस पर सियासी संग्राम भी शुरू हो गया। चुनावी साल में मौका मिला तो विपक्ष ने सीधे प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिया। वहीं मुख्य आरोपी बीजेपी नेता का बेटा है, इसलिए कांग्रेस भी सवाल खड़े कर रही है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा में पेश और नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े कहते हैं कि छत्तीसगढ़ में हर दिन रेप की तीन घटनाएं होती हैं। पुलिस के सुरक्षा के दावों के बीच राजधानी से लगे इलाके में हुई इस सनसनीखेज रेपकांड ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।