छत्तीसगढ़ में ‘एडवेंचर जोन’, तीन प्रमुख पर्यटन परिपथ का उद्घाटन

छत्तीसगढ़ में ‘एडवेंचर जोन’, तीन प्रमुख पर्यटन परिपथ का उद्घाटन

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  • Publish Date - March 25, 2025 / 10:28 PM IST,
    Updated On - March 25, 2025 / 10:28 PM IST

रायपुर, 25 मार्च (भाषा) छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जशपुर जिले में मंगलवार को ‘एडवेंचर जोन’ की शुरुआत की तथा जिले के लिए तीन प्रमुख पर्यटन परिपथ का उद्घाटन किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि साय ने कुनकुरी स्थित मयाली नेचर कैंप में ‘एडवेंचर जोन’ की शुरुआत की तथा जिले के लिए तीन प्रमुख पर्यटन परिपथ-आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक, प्राकृतिक एवं वन्य जीव और साहसिक पर्यटन परिपथ का लोकार्पण किया।

जशपुर मुख्यमंत्री साय का गृह जिला है तथा वह कुनकुरी क्षेत्र से विधायक हैं।

उन्होंने कहा कि यह कदम न केवल जशपुर को छत्तीसगढ़ के भीतर एक प्रमुख पर्यटन गंतव्य बनाएगा, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए भी नए अवसरों के द्वार खोलेगा।

अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने नौका में सवार होकर मधेश्वर महादेव के विहंगम दृश्य का अवलोकन किया और कहा कि ‘मयाली एडवेंचर ज़ोन’ अब रोमांच और रोजगार का केंद्र बनेगा। यहां एक्वा साइक्लिंग, कयाकिंग, स्पीड बोट, फ्लोटिंग जेटी, बम्पर बोट जैसी गतिविधियों की शुरुआत की गई है।

अधिकारियों ने बताया कि साय ने जिन तीन प्रमुख पर्यटन परिपथ का लोकार्पण किया है वह जशपुर की विविधता और विशेषता को दर्शाते हैं। आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक परिपथ कोतेबीरा से शुरू होकर तमता, कैलाश गुफा, मधेश्वर पहाड़, शारदा धाम, ग्वालिन सरना जैसे स्थलों से होकर गुजरता है। यह परिपथ श्रद्धा, विरासत और जनजातीय परंपराओं की अनमोल झलक पेश करता है।

उन्होंने बताया कि प्राकृतिक एवं वन्य जीव परिपथ में मकरभंजा जलप्रपात, बादलखोल अभयारण्य, रानीदाह और गुल्लू जलप्रपात से लेकर सारुडीह का चाय बागान तक शामिल हैं।

वहीं, साहसिक पर्यटन परिपथ रोमांच के शौकीनों को आकर्षित करेगा। इसमें दनगरी कैंप साइट, बेलवार जलप्रपात, देशदेखा हिल कैम्प, सरना ईको एथेनिक रिसोर्ट और क्लाइम्बिंग सेक्टर जैसे स्थान शामिल हैं, जो ट्रेकिंग, क्लाइम्बिंग और नेचर-कैम्पिंग जैसी गतिविधियों के लिए एक आदर्श स्थान बनेंगे।

अधिकारियों ने बताया कि इसके साथ ही मुख्यमंत्री साय की पहल पर अब जशपुर के जनजातीय युवाओं को हिमाचल प्रदेश के मियाड़ घाटी में पर्वतारोहण, रोप क्लाइम्बिंग का प्रशिक्षण मिलेगा। प्रशिक्षण प्राप्त युवा वापस लौटकर स्थानीय युवाओं को भी प्रशिक्षित करेंगे, जिससे पर्यटन और युवा शक्ति दोनों को मजबूती मिलेगी।

भाषा संजीव आशीष

आशीष