जशपुर, तीन अक्टूबर (भाषा) छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में ईसाई समुदाय के लोगों ने बृहस्पतिवार को लगभग 130 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बनाकर ईसा मसीह के बारे में कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए भाजपा विधायक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की।
ईसाई आदिवासी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार किस्पोट्टा ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने पत्थलगांव से लोदाम गांव तक एक-दूसरे का हाथ पकड़कर लगभग 130 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला तैयार बनाई और विरोध प्रदर्शन किया।
किस्पोट्टा ने कहा कि विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से किया गया। इस दौरान ईसा मसीह के बारे में जशपुर की भाजपा विधायक रायमुनि भगत की आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की गई।
भगत ने जिले के आस्ता पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत ढेंगनी गांव में एक कार्यक्रम के दौरान स्थानीय बोली में कथित तौर पर ईसा मसीह और धर्मांतरण के बारे में टिप्पणी की थी।
बाद में उनके बयान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद ईसाई समुदाय के लोगों ने विधायक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग करते हुए जशपुर के सभी पुलिस थानों में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
किस्पोट्टा ने कहा कि भगत के बयान को लेकर ईसाइयों में भारी आक्रोश है और इस संबंध में शिकायत करने के बावजूद अब तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, इसलिए हमने मानव श्रृंखला बनाकर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया।
उन्होंने चेतावनी दी कि इसके बाद भी यदि विधायक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई तो समुदाय के लोग सड़क जाम जैसे विरोध प्रदर्शन करने से नहीं कतराएंगे।
भगत ने टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर फोन पर बताया कि मानव श्रृंखला बनाने वालों को पहले अपना वैध प्रमाण पत्र दिखाना चाहिए कि वे ईसाई हैं।
भगत ने कहा कि 1905 से पहले जशपुर में एक भी ईसाई परिवार नहीं था। बाद में कई परिवारों को जालसाजी के जरिए ईसाई बना दिया गया। धर्मांतरण के लिए एक कानूनी प्रक्रिया है जिसके तहत अधिकारी को आवेदन देना होता है।
उन्होंने मानव श्रृंखला विरोध को फ्लॉप शो बताते हुए कहा कि विरोध प्रदर्शन करने वालों को पहले ईसाई धर्म अपनाने के बारे में अपना वैध प्रमाण पत्र दिखाना चाहिए।
भाषा सं संजीव जोहेब
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