रिपोर्ट- सौरभ सिंह परिहार, रायपुर: Chhattisgarh BJP’s preparation on Election छत्तीसगढ़ में तीन टर्म तक सरकार चलाने के बाद सत्ता से बेदखल बीजेपी अब चुनाव से पहले हर स्तर पर सरकार को घेरने की रणनीति पर काम कर रही है। छत्तीसगढ़ दौरे आईँ प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी ने आगामी बजट सत्र में राज्य सरकार को घेरने के लिए एकजुट होकर काम करने की नसीहत दी है। साथ ही विधायकों-सांसदों को भी संगठन के साथ तालमेल बैठाकर काम करने का निर्देश दिया है। सबसे अहम बात ये कि प्रभारी ने मोदी सरकार की 7 साल की उपलब्धियों के ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार करने का निर्देश भी दिया है, जिस पर सत्तापक्ष ने तंज कसा है कि क्या भाजपा अब बीती रमन सरकार के काम पर वोट नहीं मांगेगी। बड़ा सवाल ये कि क्या बीजेपी 2023 में मोदी के चेहरे और काम पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी?
Chhattisgarh BJP is preparing ये तीन तस्वीरें बता रही हैं कि मिशन 2023 के लिए छत्तीसगढ़ बीजेपी पूरी तैयारी से जुट गई है। बजट सत्र से पहले प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी और राष्ट्रीय संगठन महामंत्री शिवप्रकाश ने बीजेपी विधायकों, सांसदों और कोर ग्रुप की मैराथन बैठक ली। बजट सत्र में विधायकों का परफॉर्मेंस बेहतर कैसे हो, किन मुद्दों को लेकर कैसे राज्य सरकार को घेरा जाए और कैसे विधायक और संगठन तालमेल बनाकर चलें। बैठक में डी पुरंदेश्वरी ने विधायकों को विधानसभा में एकजुट होकर राज्य सरकार को घेरने का निर्देश दिया। क्योंकि अधिकांश सत्रों में बीजेपी विधायक एकजुट दिखाई नहीं पड़ते, जिसके कारण बीजेपी की कई बड़े मुद्दों पर भी राज्य सरकार को सदन में नहीं घेर पाई, जिसका लाभ राज्य सरकार को मिला।पुरंदेश्वरी के निर्देश के बाद नेता प्रतिपक्ष एकजुट होकर राज्य सरकार से जवाब मांगने की बात कह रहे हैं।
बजट सत्र के साथ-साथ बीजेपी के सभी पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को बूथ स्तर पर काम करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके तहत बीजेपी के सभी पदाधिकारी बूथों में 10-10 दिन गुजारेंगे। इसके अलावा बीजेपी अब आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए अगले कुछ दिनों में मोदी सरकार के 7 साल के कामकाज और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार की नाकामियों को फ्लेक्स या अन्य प्रचार माध्यम से बताएगी। इस पर कैबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर कहना है कि केंद्र की मोदी सरकार ने अपना कोई भी वादा पूरा नहीं किया है। ऐसे में बीजेपी के नेता क्या बताएंगे ? साथ ही बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा है कि आखिर बीजेपी छत्तीसगढ़ में अपने 15 साल के कार्यकाल पर क्यों बात नहीं कर रही।
कुल मिलाकर 15 साल सत्ता में रही बीजेपी 2023 में एक बार फिर से सत्ता वापसी के लिए बेताब है। इसके लिए संगठन भी लगातार एक्शन में है, प्रभारियों के दौरे पर दौरे हो रहे हैं। इसी बीच बीजेपी ने अपने कमबैक के लिए मोदी सरकार की उपलब्धियों का प्रचार-प्रसार कर जनता के बीच माहौल बनाना चाहती है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि 15 साल सत्ता में रही बीजेपी अपने शासनकाल की उपलब्धियों को जनता को क्यों नहीं गिना रही? आखिर 2023 की चुनावी जंग को बीजेपी मोदी सरकार के 7 साल बनाम भूपेश सरकार के 3 साल क्यों करना चाहती है? आखिर इसके पीछे उसकी क्या रणनीति है? क्या इस बार छत्तीसगढ़ बीजेपी इस बार मोदी के चेहरे पर जनता से वोट मांगने की तैयारी में है?