Publish Date - January 11, 2025 / 02:56 PM IST,
Updated On - January 11, 2025 / 03:00 PM IST
रायपुर: CGPSC scam Latest News छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) की भर्ती में गड़बड़ी और भ्रष्टाचार के आरोप में CBI ने एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की है। CBI ने शनिवार को पूर्व PSC चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी के भतीजे नितेश सोनवानी और पूर्व डिप्टी एग्जाम कंट्रोलर ललित गनवीर को गिरफ्तार किया है। हालांकि अभी इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। CBI सूत्रों की मानें तो लंच के बाद सीबीआई दोनों को कोर्ट में पेशकर रिमांड पर ले सकती है।
CGPSC scam Latest News बता दें कि CGPSC ने 19 अलग-अलग विभागों के 210 पदों के लिए 2021 में भर्ती विज्ञापन जारी किया था। 2022 में आयोग ने परीक्षा पूरी की थी। 210 पदों में आयोग ने 625 अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए चयनित किया था। इंटरव्यू की प्रक्रिया पूरी करने के बाद आयोग ने अंतरिम सूची जारी की, तो अभ्यर्थियों ने विरोध करना शुरू कर दिया। आरोप है कि इसमें नेताओं और अधिकारियों के रिश्तेदारों की भर्ती नियमों को दरकिनार करके की गई है। बता दें कि इसी मामले को लेकर बीतें दिनों PSC चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी को गिरफ्तार किया गया था।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार आने के बाद इस घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपी गई है। बीतें दिनों सीबीआई ने 2020 और 2021 के डिप्टी कलेक्टर-डीएसपी की भर्ती परीक्षा में चयनित विवादित उम्मीदवारों के दस्तावेज और अभ्यर्थियों का इंटरव्यू लेने वाले पैनल सदस्यों की रिपोर्ट ली थी।
छत्तीसगढ़ पीएससी घोटाला में CBI ने किसे गिरफ्तार किया?
CBI ने छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) की भर्ती में गड़बड़ी और भ्रष्टाचार के आरोप में पूर्व डिप्टी एग्जाम कंट्रोलर ललित गनवीर और पीएससी चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी के भतीजे नितेश सोनवानी को गिरफ्तार किया है।
छत्तीसगढ़ पीएससी घोटाला में आरोप क्या हैं?
आरोप है कि छत्तीसगढ़ पीएससी ने भर्ती प्रक्रिया में नेताओं और अधिकारियों के रिश्तेदारों को नियमों को दरकिनार करके चयनित किया। इसके बाद कई अभ्यर्थियों ने इसके खिलाफ विरोध जताया।
सीबीआई को छत्तीसगढ़ पीएससी घोटाला मामले की जांच कब सौंपी गई थी?
छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार आने के बाद इस घोटाले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई थी।
सीबीआई ने छत्तीसगढ़ पीएससी घोटाला में अब तक क्या कार्रवाई की है?
सीबीआई ने इस मामले में कई गिरफ्तारियाँ की हैं, जिसमें हाल ही में पूर्व डिप्टी एग्जाम कंट्रोलर और पीएससी चेयरमैन के भतीजे का नाम शामिल है। इसके अलावा, सीबीआई ने भर्ती परीक्षा के दस्तावेज और पैनल सदस्यों की रिपोर्ट भी ली है।
इस घोटाले में कितनी भर्ती प्रक्रियाओं को प्रभावित किया गया था?
CGPSC ने 2021 में 19 विभागों के लिए 210 पदों की भर्ती की थी, जिसमें से 625 अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए चुना गया था। इस भर्ती प्रक्रिया में कथित भ्रष्टाचार और गड़बड़ी के आरोप हैं।