रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र का आज से आगाज हो गया है। सदन में आज सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर नोक झोंक हुई। सदन की कार्रवाई के दौरान प्रदेश में खाद बीज की कमी मुद्दा गूंजा। पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि खाद बीज की कमी को लेकर स्थगन प्रस्ताव लाने के लिए चर्चा होनी चाहिए।प्रस्ताव पर चर्चा हो।
कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि किसान राज्य सरकार की प्राथमिकता में है। आंकलन के हिसाब से भंडारण किया जा चुका है। किसी भी जिले में नकली खाद बिक्री का मामला जानकारी में नहीं आया है। कहीं भी अमानक खाद बेचे जाने या कालाबाजरी का मामला दर्ज नहीं किया गया है। यह कहना गलत है कि खाद बीज की कमी से बोनी काम प्रभावित हुआ है।
उन्होंने आगे कहा कि किसानों को राज्य सरकार द्वारा उच्च गुणवत्ता के खाद बीज दिए जा रहे हैं। प्रदेश में किसी भी जगह किसानों में कोई रोष व्याप्त नहीं है। स्थगन प्रस्ताव पर कृषि मंत्री ने कहा कि यह मामला किसानों से जुड़ा हुआ है। इसलिए स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा होनी चाहिए। मामले में आसंदी ने स्थगन प्रस्ताव स्वीकार किया है।
इससे पहले पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने शांति नगर सिंचाई कॉलोनी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि कॉलोनी में कमर्शियल कांप्लेक्स बनाने के लिए तोड़े जाने वाले मकानों कर कीमत का आंकलन नहीं है। न ही उनके लिए बनाने वाले मकान की कीमतों के आंकलन है, फिर भी आवास तोड़े जा रहे हैं। प्रोजेक्ट कब तक पूरा होगा, कितनी लागत का है? जमीन का स्वामित्व किसके पास है? इस संबंध में कोई भी जानकारी विभागीय मंत्री नहीं दे पा रहे हैं।