रिपोर्ट- राजेश मिश्रा, रायपुर: CG Assembly Budget Session छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल अनसूईया उईके के अभिभाषण के बाद भारत रत्न लता मंगेशकर और अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व विधायक रमेश वर्ल्यानी और मदन सिंह डहरिया को श्रद्धांजलि दी गई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ विधानसभा में बजट सत्र के पहले दिन वित्तीय वर्ष 2021-22 का तीसरा अनुपूरक बजट सदन में प्रस्तुत किया। इधर विपक्ष ने आसंदी से राज्यपाल के अभिभाषण के बाद तृतीय अनुपूरक बजट पर चर्चा के लिए समय बढ़ाने मांग की।
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CG Assembly Budget Session छत्तीसगढ़ के बजट सत्र के पहले दिन विधानसभा अध्यक्ष और सीएम सहित पूरे सदन ने भारत रत्न लता मंगेशकर, दिवंगत पूर्व विधायक रमेश वर्ल्यानी और मदन सिंह डहरिया को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद परंपरा के अनुसार राज्यपाल अनुसुईया उइके का अभिभाषण हुआ। जिसमे उन्होंने छत्तीसगढ़ मॉडल की तारीफ करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ जनहितकारी राज्य के रूप में आगे आया है। गोधन न्याय योजना का फायदा प्रदेशवासियों को मिल रहा है। ग्रामीण विकास में सरकार ने कई कीर्तिमान स्थापित कर तीन सालों में 36 राष्ट्रीय पुरस्कार हासिल किया है। राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में सरकार की उपलब्धियों और योजनाओं की तारीफ की।
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भाषण के दौरान विपक्ष की टिका टिप्पणी जारी रही। विपक्ष ने आसंदी से राज्यपाल के अभिभाषण के बाद तृतीय अनुपूरक बजट पर चर्चा के लिए समय बढ़ाने मांग की। विपक्ष लगातार इस बात को उठाता रहा कि बजट सत्र छोटा रखा गया है। बहुत सारे विषयों पर चर्चा नहीं हो पा रही है। आसंदी से इसपर विचार के आश्वासन से नाखुश विपक्ष ने सदन का बहिर्गमन किया। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने सदन की कार्यवाही अगले दिन तक के लिए स्थगित कर दी। वहीं कैबिनेट मंत्री रविंद्र चौबे ने इस पर पलटवार करते हुए विपक्ष काम केवल आपत्ति करना रह गया है । उनके पास कोई मुद्दा नहीं है। 13 दिन के इस बजट सत्र को बढ़ाने के लिए विपक्ष लगातार मांग करते रहा है। सत्र बढ़ाया जाए या नहीं लेकिन पहले ही दिन सदन में जिस तरह की गर्माहट नजर आई उससे तय है कि आने वाले दिनों में सेशन हंगामेदार रहेगा।