Central and state govt FDI policies: FDI policies प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल विदेश जाने वाले थे, लेकिन तकनीकि कारणों से दौरा रद्द हो गया। ये दौरा प्रदेश में विदेशी निवेश को लेकर था जिसपर अब प्रदेश के नेताओं में बहस छिड़ गई है। CM का दौरा रद्द होने पर पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा कि राज्य दिवालियापन की ओर है, कर्ज में डूबा है निवेश कहां से आएगा। जाहिर है हमला सीधे सरकार पर है सो इसका जवाब दिया मुख्यमंत्री भूपेश ने कटाक्ष कि बात तो सही है लेकिन देश की मोदी सरकार के परिपेक्ष्य में, जो देश को डुबा रहे हैं। यानी यहां बहस एक बार फिर केंद्र बनाम राज्य सरकार बन चुकी है।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*<<
FDI policies छत्तीसगढ़ के सियासी अखाड़े में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह एक बार फिर आमने-सामने हैं। इस बार दोनों के बीच विदेशी इंवेस्टर्स को लेकर भिड़ंत हुई है। दरअसल छत्तीसगढ़ में विदेश निवेश को बढ़ावा देने भूपेश बघेल इंडोनेशिया और सिंगापुर दौरे पर जाने वाले थे, लेकिन तकनीकी कारणों से उनका दौरा स्थगित हो गया। जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कटाक्ष किया कि छत्तीसगढ़ दिवालियापन की ओर है, राज्य कर्ज में डूबा हुआ है। यहां कोई निवेशक नहीं आने वाला।
रमन सिंह के हमले पर सीएम भूपेश बघेल ने पलटवार करते हुए कहा कि रमन सिंह राष्ट्रीय परिपेक्ष्य में सही बात कह रहे हैं। केंद्र सरकार के कई मंत्री विदेशों का दौरा कर लिए, लेकिन निवेश के लिए कोई नहीं आया। दिवालियापन की ओर तो केंद्र सरकार है।
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वैसे आंकड़ों पर नजर डालें तो छत्तीसगढ़ में पिछले तीन वर्षों 1 हजार 715 नए उद्योग स्थापित हुए, जिसमें 19 हजार 500 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश हुआ, 33 हजार लोगों को रोजगार मिला है, इसके अलावा 149 MoU भी किए गए हैं, जिसमें 74 हजार करोड़ रुपए का निवेश होगा और 90 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। फिलहाल विदेशी इंवेस्टर्स को लेकर कांग्रेस और बीजेपी में आरोप-प्रत्यारोप तेज है। बीजेपी जहां कांग्रेस सरकार की नीतियों पर सवाल उठा रही है तो कांग्रेस मोदी सरकार को ही कठघरे में खड़ा कर रही है।
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