दुर्ग: Bulldozer action on the hideouts of miscreants in Durg दुर्ग में बदमाशों के ठिकानों पर बुलडोजर कार्रवाई जारी है। अपराधी मुकुल सोना के घर भी टीम पहुंची है। रिसाली भाठा में अवैध कब्जे के मकान पर तोड़ फोड़ शुरू है। भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद। BSP के तोडू दस्ता की कार्रवाई जारी है। बदमाश पिंकी राय के ढाबे पर BSP का बुलडोजर चल गया है। पिंकी राय के ढाबे को जमींदोज कर दिया गया है।
बता दें कि पिंकी राय का ढाबा दुर्ग उतई पाटन रोड पर है। जिसे छत्तीसगढ़ ढाबा के नाम से संचालित किया जाता है। ढाबा की संचालक बृजेश उर्फ पिंकी राय पर कई मामले अलग-अलग थानों में दर्ज हैं। ढाबे पर बुलडोजर की कार्रवाई के दौरान BSP इनफ़ोर्समेंट की टीम और नेवई थाना पुलिस मौके पर मौजूद रही।
बता दें कि हिस्ट्रीशीटर पिंकी राय दुर्ग जिले का एक एक नामचीन बदमाश है। इस वक्त पिंकी राय जेल में बंद है। जो कि बीएसपी के अवैध कब्जे पर कई सालों से कब्जा कर ढाबा संचालित कर रहा था। पिंकी राय को नोटिस देने के बाद पुलिस और बीएसपी की टीम ने उसके ढाबा और दुकान पर कार्रवाई के पहुंची। पिंकी राय के खिलाफ नेवई थाने में 14 से अधिक मामले दर्ज हैं। उसके खिलाफ नेवई सहित अलग-अलग थानों में हत्या का प्रयास, बलवा, मारपीट जैसे कई केस दर्ज है।
जुलाई 2021 को हिस्ट्रीशीटर पिंकी राय की कार पर दूसरे प्रतिद्वंद्वी गैंग ने मरोदा टंकी क्षेत्र में गोली चलाई थी। इसके बाद 23 मई 2024 को पिंकी राय और उसकी गैंग ने विपिन सिरसाम का नगर निगम रिसाली के पास रात 10 बजे अपहरण किया था। जिसमें विपिन के साथ मारपीट करके पिंकी राय, शैलेष निर्मलकर एवं ओम चौधरी ने कार में बिठाकर अपहरण किया। इसके बाद अपनी दुकान में ले जाकर मारपीट की। इसके बाद विपिन ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। जिसमें पिंकी राय पर अपराध कायम कर गिरफ्तारी की गई थी।
इस मामले में सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी ने कहा कि बीएसपी असामाजिक तत्वों के अवैध कब्जों को ध्वस्त करने अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में बदमाश पिंकी राय के अवैध निर्माण को तोड़ने की कार्रवाई में सुरक्षा व्यवस्था के तहत पुलिस बल उपलब्ध कराया गया।
इसके पहले अंकुर शर्मा और अमित जोश के कब्जे पर भी बुलडोजर चलाया गया है। भिलाई गोलीकांड में आरोपी अमित जोश और अंकुर शर्मा के घर बुलडोजर चलाया गया था। अमित जोश और अंकुर शर्मा ने सेक्टर 6 में अनफिट क्वॉर्टर्स पर कब्जा कर रखा था। जिसे दोनों किराए पर देकर पैसे कमाते थे।