रायपुर: अपने विवादित बयानों और प्रदेश पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव के साथ तनातनी को लेकर सुर्खिया बटोरने वाले कांग्रेस के पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह ने बार फिर से सनसनीखेज बयान देते हुए कांग्रेस की आंतरिक सियासत में भूचाल ला दिया है। उन्होंने पहले तो पीसीसी की प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा पर जुबानी हमला बोला तो दूसरी तरह टीएस सिंहदेव पर भी सवाल उठायें।
आईबीसी24 से हुई बातचीत में पूर्व कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह भाजपा की जीत के लिए टीएस सिंहदेव को जिम्मेदार बताया। उन्होंने तंज भरे लहजे में यह भी मांग किया कि भाजपा को चाहिए कि टीएस सिंहदेव को राज्यपाल बना देना चाहिए। वे यही नहीं रुके बल्कि यहाँ तक कह दिया कि अगर सिंहदेव सीएम होते तो कांग्रेस को 14 सीटें भी नहीं मिलती। कांग्रेस के नेताओं का घमंड सिर चढ़कर बोल रहा है।
वही इससे पहले बृहस्पत सिंह ने आईबीसी24 से बात करते हुए कहा कि पीसीसी प्रभारी कुमारी सैलजा को हटाने की मांग कर डाली। उन्होंने कहा कि कुमारी सैलजा को जल्द हटाया जाए, कुमारी सैलजा प्रभावशील नेताओं के हाथों बिक गई थीं। उन्होंने आगे कहा कि टीएस सिंहदेव को हीरो की तरह प्रमोट कर रही थी और कुमारी सैलजा हीरोइन की तरह फोटो खींचा रही थी।
बता दें कि इस विधानसभा चुनाव में जहां बीजेपी को 54 सीट पर जीत मिली है तो वहीं कांग्रेस 35 सीटों पर ही सिमट गई। कांग्रेस के 9 मंत्रियों को इस चुनाव में करारी हार मिली है। तो सरगुजा संभाग में पार्टी का सूपड़ा ही साफ हो गया। कांग्रेस ने बृहस्पत सिंह का भी टिकट काट दिया था। वहीं अब प्रदेश में बीजेपी की जीत के बाद सीएम फेस को लेकर चर्चाएं तेज हो गई है।