Tahsildar Maya Anchal threatened to send the girl students to jail: बिलासपुर। अपनी समस्यायों को लेकर एकजुट हुई सरकारी स्कूल की छात्राओं को जेल भेजने की धमकी देने वाली तहसीलदार की शासन ने उत्तर बस्तर कांकेर भेज दिया हैं। सरकार ने तहसीलदार माया अंचल का तबादला उत्तर बस्तर (कांकेर) कर दिया गया हैं।
दरअसल कुछ दिनों पहले बिलासपुर जिले के पचपेड़ी क्षेत्र में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया था। यहां सरकारी स्कूल की कुछ छात्राएं अपनी बदहाल व्यवस्था को लेकर शिकायत कर रही थी। इनमे मध्यान्ह भोजन और दूसरी कुछ समस्याएं भी शामिल थी। इसकी जानकारी जैसे ही तहसीलदार माया अंचल को मिली वह भी कुछ पुलिसकर्मियों के साथ स्कूल पहुंच गई। यहां राजस्व अधिकारी स्कूली छात्राओं के शिकायतों को सुनने और उनका निराकरण करने के बजाएं उलटे उन्हें जेल भजने की धमकी देने लगी है। स्कूली छात्राओं से बदसलूकी का पूरा वीडियों सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था। हर किसी ने तहसीलदार माया अंचल के इस दुर्व्यवहार पर नाराजगी व्यक्त की थी।
Tahsildar Maya Ancha threatened to send the girl students to jail: मामले के प्रकाश में आने के बाद कांग्रेस ने भी इसे मुद्दा बना लिया था। कांग्रेस ने भी तहसीलदार की धमकी से जुड़ा वीडियों सोशल मीडिया के हर प्लेटफार्म पर पोस्ट किया था। कांग्रेस का आरोप था कि प्रदेश में लाठी डंडे और जेल भेजने की धमकी देकर जनमानस की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है और अब तो छोटे-छोटे मासूम बच्चों को भी जेल भेजने की धमकियां दी जा रही हैं।
मैडम बॉस अगर लिखकर दे देंगी तो “जेल में चले जाओगे” तहसीलदार मैडम बच्चों को धमका रही हैं..
छात्राएं बिलासपुर जिले के पचपेड़ी कन्या छात्रावास की हैं, जो बेहतर खाने और रहने की व्यवस्था को लेकर धरने पर बैठी थीं। बच्चों ने अधीक्षिका पर गंभीर आरोप भी लगाए, छात्राओं के मामले को संज्ञान… pic.twitter.com/qxMUa8Cs6W
— INC Chhattisgarh (@INCChhattisgarh) September 9, 2024
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हालांकि स्कूली बच्चों की शिकायतों पर कार्रवाई के उलट उन्हें धमकाने-चमकाने का यह पहला मामला नहीं है। एक पखवाड़े पहले इसी तरह क एक मामला राजनांदगांव में भी सामने आया था। यहां भी सरकारी पद के रुतबे में धुत्त प्रभारी DEO अभय जायसवाल ने स्कूली बच्चों को जमकर डांट और फटकार लगाते हुए उन्हें उलटे पाँव वापस भेज दिया था। बच्चों ने अपनी व्यथा रो-रोकर मीडिया को बताई थी। पालक भी DEO के विरोध मेंउतर आये थे। बोर्ड कक्षा के स्कूली बच्चे डीईओ के पास अपने विद्यालय में टीचर की कमी और अविलम्ब विषय संबधी शिक्षक पदस्थ करने की मांग लेकर पहुंची थी। सरकार की तरफ से इस मामले में भी सख्त कदम उठाते हुए प्रभारी शिक्षा अधिकारी को मंत्रालय में अटैच कर दिया था।