Reported By: Jitendra Thawait
,बिलासपुर। Mobile game took the child’s life बिलासपुर के सरकंडा से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आयी है। जहां पर गेम खेलने के लिए मोबाइल न मिलने पर 7वीं कक्षा में पढ़ने वाले 13 साल के छात्र ने आधीरात को बाथरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।
मिली जानकारी के अनुसार सरकंडा के अशोक नगर में रहने वाले देवानंद जायसवाल निजी संस्थान में काम करते हैं। उनका 13 वर्षीय बेटा सातवीं कक्षा का छात्र था। जिसकी तबीयत खराब थी। रात को पिता-पुत्र एक ही कमरे में सो रहे थे। रात को सोम ने अपने पिता से मोबाइल मांगा। उसकी तबीयत खराब होने के कारण पिता ने मोबाइल देने से इनकार किया और कहा कि, अभी तुम्हें आराम की जरूरत है, सुबह गेम खेल लेना।
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Mobile game took the child’s life इसके बाद जब पिता की नींद लग गई, तब मोबाइल न मिलने से नाराज बालक कमरे से निकल गया और बाथरूम जाकर फांसी लगा ली। रात करीब ढाई जब बच्चे की दादी उठी, तो उन्होंने बाथरूम में बच्चे का शव फांसी पर लटकता देखा। परिवार वालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
बीते मई महीने में पहले जगदलपुर जिले से मोबाइल गेम की लत की वजह से एक बच्चे के सुसाइड का मामला सामने आया था। बताया जा रहा है कि बच्चे की मां ने उसे मोबाइल पर गेम खेलने से मना करते हुए उसका मोबाइल छीन लिया। जिससे नाराज होकर बेटे ने नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली थी। इस घटना में एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ था। जिसमें बच्चे ने लिखा है कि मेरी मां ने मुझे पबजी खेलने से रोका, जिस वजह से मैं आत्महत्या कर रहा हूं। इस घटना के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के बाद मामले के जांच में जुट गई थी। मामला छत्तीसगढ़ के जगदलपुर जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र का था।