Bijapur-Gadchiroli Rail Line Survey Approved By Railway Ministry : बीजपुर: लंबे समय से यात्री रेल सेवाओं के विस्तार के लिए बस्तर के लोग आंदोलन करते रहे हैं। इस बीच सर्वाधिक नक्सल प्रभावित बीजापुर से गडचिरोली के बीच नई रेल लाइन के सर्वे को स्वीकृति मिली है। सर्वे के साथ ही रेलवे डीपीआर भी तैयार करेगी। इसके लिए बजट में 12.25 करोड रुपए की मंजूरी भी दी गई है। 490 किलोमीटर लंबी रेल लाइन के लिए जल्द ही डीपीआर तैयार करने का काम सर्वे के साथ शुरू किया जाएगा।
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यह रेललाइन महाराष्ट्र के गढ़चिरौली से छत्तीसगढ़ के बचेली तक चलाई जाएगी। गढ़चिरौली से लेकर बचेली के बीच यह सर्वाधिक नक्सल प्रभावित क्षेत्र है। घना जंगल होने की वजह से इस परियोजना के पूरे होने में वक्त लग सकता है। लेकिन सर्वे और डीपीआर की मंजूरी के साथ बस्तर में एक बार फिर लोगों में उत्साह का माहौल है। खासतौर पर दक्षिण बस्तर जहां यात्री रेल सुविधा अब तक नहीं पहुंची है और लंबे समय से यहां के लोग रेल मार्ग से जुड़ने की मांग करते रहे हैं।
Bijapur-Gadchiroli Rail Line Survey Approved By Railway Ministry : गौरतलब है कि सिर्फ दंतेवाड़ा से विशाखापट्टनम के बीच रेल सुविधा उपलब्ध है। दशकों के बाद एक्सप्रेस ट्रेन यहां मिली है। दूसरी तरफ बचेली से गढ़चिरौली के बीच रेल लाइन विस्तार के पीछे वजह यह मानी जा रही है कि बैलाडीला आयरन माइन से लोह अयस्क का परिवहन आसानी से किया जा सकेगा। इस बार के रेल बजट में विशेष तौर पर ट्राइबल क्षेत्र में नई रेल लाइन के सर्वे और डीपीआर को मंजूरी दी गई है। लेकिन खास बात यह कि बस्तर से लगे उड़ीसा को आठ में से 6 रेल लाइन परियोजनाओं में शामिल किया गया है जबकि बस्तर को सिर्फ एक रेल लाइन की सौगात मिली है।
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बता दें कि इस वक़्त छत्तीसगढ़ में 25 नए प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। छत्तीसगढ़ के मैदानी इलाकों में इस समय करीब 37 लाख करोड रुपए की लागत से 2731 किलोमीटर लंबी 25 नई रेल परियोजनाओं पर काम चल रहा है जबकि लंबे समय से बस्तर से रायपुर को जोड़ने के लिए रेल लाइन का काम अभी अधूरा है। इस बजट में भी इस काम को रेल मंत्रालय द्वारा जल्द पूरे किए जाने की सिर्फ घोषणा की गई है। इसके लिए कितनी रकम का प्रावधान किया गया है। यह काम कब से शुरू हो सकता है इस मामले में अब तक स्पष्टता नहीं है।