Bijapur Naxalite Attack Update in Hindi : रायपुर: बीजापुर जिले के के कुटरू ब्लास्ट में शहीद हुए जवान बुधराम कोरसा के पार्थिव शरीर का उनके गांव में अंतिम संस्कार नहीं किया जा सका। यह स्थिति नक्सलियों के खौफ के कारण पैदा हुई, जिसके चलते परिवार और ग्रामीणों ने उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया।
नक्सल प्रभावित क्षेत्र में दहशत का माहौल एक बार फिर स्पष्ट हुआ है। बड़े तुंगाली गांव के निवासी और शहीद जवान बुधराम कोरसा के परिवार पर नक्सलियों का दबाव इतना था कि उन्होंने गांव में अंतिम संस्कार करना सुरक्षित नहीं समझा। इसके बाद शहीद जवान का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव के बजाय बरदेला में किया गया।
Bijapur Naxalite Attack Update in Hindi: इस घटना ने क्षेत्र में नक्सल समस्या की गंभीरता को फिर से उजागर किया है। ग्रामीणों और शहीद के परिवार ने नक्सली हमलों के डर से गांव में कोई सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित करने से परहेज किया। इस घटना ने न केवल एक बहादुर जवान के बलिदान को उजागर किया, बल्कि उन चुनौतियों की भी ओर ध्यान आकर्षित किया, जिनका सामना नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले आम लोग करते हैं।
छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा और सीआरपीएफ महानिदेशक वितुल कुमार ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल पर हमले की साजिश और विस्फोटक सामग्री का अध्ययन किया।
Bijapur Naxalite Attack Update in Hindi: इस हमले में शहीद हुए जवानों में डीआरजी और बस्तर फाइटर्स के चार-चार जवान शामिल थे। स्कॉर्पियो चालक तुलेश्वर राणा भी शहीद हो गए। शहीद जवानों में कोरसा बुधराम, सोमडू वेंटिल, दुम्मा मड़काम, बमन सोढ़ी, हरीश कोर्राम, पंडरू पोयम, सुदर्शन वेटी और सुभरनाथ यादव शामिल हैं।
शहीद जवानों को पूरे राजकीय सम्मान के साथ विदाई दी गई। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि यह हमला लोकतंत्र और शांति के मूल्यों पर हमला है। उन्होंने इस मौके पर शहीद जवानों के परिवारों से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त की।
मुख्यमंत्री ने कहा, “हम नक्सलियों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ रहे हैं। यह कायराना हमला हमारे जवानों के अदम्य साहस को कमजोर नहीं कर सकता। हमारी सरकार नक्सलवाद को खत्म करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। मार्च 2026 तक नक्सलवाद का अंत सुनिश्चित किया जाएगा।”
Bijapur Naxalite Attack Update in Hindi: वरिष्ठ अधिकारी विजय शर्मा ने कहा कि नक्सली हमले उनके हताशा का परिणाम हैं। उन्होंने लिखा, “यह लड़ाई अब निर्णायक मोड़ पर है। वीर जवानों के अदम्य साहस और बलिदान को युगों-युगों तक याद रखा जाएगा। हम शांति और प्रगति के लिए इस अंधकार को मिटाने का संकल्प लेकर आगे बढ़ रहे हैं।”
सरकार और सुरक्षाबल इस हमले को नक्सलियों के खिलाफ अपने मिशन को तेज करने का कारण मान रहे हैं। जवानों की शहादत का सम्मान करते हुए, नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में ठोस और निर्णायक कदम उठाए जा रहे हैं।