बेमेतरा : Principal’s illegal actions in Bemetara छत्तीसगढ़ में शिक्षा के मंदिर को कलंकित करने का मामला सामने आया है। छत्तीसगढ़ शासन के आदेश को तक में रखकर बच्चों से एक प्राचार्य फीस ले रहे हैं। ऐसा लगता है मानों इस प्रिंसिपल को किसी का संरक्षण है। यह संरक्षण किसी और का नहीं बल्कि शिक्षा विभाग से खुलेआम मिल रह है। शिक्षा विभाग के आदेश को ताक में रखकर प्राचार्य जमकर मनमानी कर रहा है। इस बात की शिकायत कलेक्टर एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी से की गई। पर दुर्भाग्य है की शिकायत के बाद भी अब तक नहीं न जांच हुई न कार्यवाई।
Principal’s illegal actions in Bemetara दरसल यह पूरा मामला बेमेतरा के बॉर्डर से लगे बलौदा बाजार के सिमगा ब्लॉक के शासकीय आत्मानंद हिंदी मध्यम स्कूल का है। जहां प्राचार्य के द्वारा बच्चों से लगातार 2 वर्षों से फीस वसुला जा रहा है। एक ओर शिक्षा विभाग का आदेश है कि किसी भी तरह से स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों से फीस न लिया जाए। तो वहीं दूसरी ओर प्राचार्य साहब का नियम कुछ और ही बताता है। 2 वर्षों से शासन के आदेशों को ताक में रखकर बच्चों से फीस वसूला जा रहा है। स्कूल में पढ़ने वाले छात्राओं ने मीडिया के समक्ष आकर लगातार फीस वसूलने की बात बताई। बच्चे व पालक कलेक्टर शिक्षा विभाग व जिला शिक्षा अधिकारी से लिखित में कर चुके हैं। लेकिन शिक्षा विभाग का खुला संरक्षण के चलते अब तक प्राचार्य के ऊपर अब तक कार्यवाई नहीं हुई है। 400 से अधिक छात्रा है जिससे अवैध तरीके से लाखों रुपए वसूली की गई है। पर अब तक आखिर क्यों वसुलीबाज प्राचार्य के ऊपर कार्रवाई नहीं की गई। आखिर स्कूली शिक्षा विभाग प्राचार्य के ऊपर इतना मेहरबान क्यों नजर आ रहा है? क्या प्राचार्य पर कार्रवाई होगा ? इस मामले में प्राचार्य और जिला शिक्षा अधिकारी मीडिया के सामने नहीं आना चाहते है।
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