Sughghar padhaveeya yojana ka bura haal: बस्तर। सुघ्घर पढ़वईया योजना का बस्तर जिले में बेहद बुरा हाल है। 1884 शासकीय स्कूलों में से महज 216 स्कूलों ने इस योजना में अब तक हिस्सा लिया है। इस योजना के तहत शासकीय विद्यालय के सभी विद्यार्थियों में बुनियादी दक्षताएं बढ़ाने और संस्था में नवाचार किया जाना है।
दरअसल, कोरोना काल के दौरान नियमित कक्षाएं नहीं लगने से सबसे अधिक नुकसान छात्रों की पढ़ाई को हुआ था। ऐसे में राज्य सरकार ने विद्यार्थियों में बुनियादी दक्षताएं बढ़ाने के लिए इस योजना की शुरुवात की थी। इस योजना में शासकीय विद्यालय स्वेच्छा से शामिल हो सकते हैं।
Sughghar padhaveeya yojana ka bura haal: सुघ्घर पढ़वईया कार्यक्रम के तहत कक्षा 1 एवं 2 के विद्यार्थियों में हिंदी, गणित, अंग्रेजी की दक्षताओं की जांच की जाएगी। कक्षा 3 से 5 के विद्यार्थियों में हिंदी, गणित, अंग्रेजी एवं पर्यावरण और कक्षा 6 से 8 के विद्यार्थियों में हिंदी, गणित, अंग्रेजी, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान की दक्षताओं की जांच की जाएगी। निर्धारित प्रत्येक दक्षता में 98% उपस्थिति के साथ 95% या अधिक विद्यार्थियों द्वारा सफलतापूर्वक प्रदर्शन किये जाने पर विद्यालय को सुघ्घर पढ़वईया ग्रेड प्रदान किया जाएगा। सभी मानकों की जांच थर्ड-पार्टी द्वारा की जानी है। IBC24 से नरेश मिश्रा की रिपोर्ट