जगदलपुर: पिछले महीने 4 नवम्बर को सुरक्षाबलों ने देश के सबसे बड़े नक्सल उन्मूलन अभियान को अंजाम देते हुए दंतेवाड़ा-नारायणपुर के थुलथुली के जंगल में 38 हथियारबंद माओवादियों को मार गिराया था। यह देश का सबसे बड़ा पुलिस-नक्सल एनकाउंटर था। इससे पहले इतने बड़े पैमाने पर नक्सली नहीं मारे गए थे। (Transfer and posting in banned Maoist party in Bastar) इस मुठभेड़ में बस्तर डिवीजन की प्रवक्ता और डिविजनल कमेटी की सदस्य उर्मिला उर्फ़ नीति को भी मार गिराया गया था। जिसके बाद से माओवादियों के बस्तर डिवीजन में यह पद खाली था।
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वही अब जानकारी मिली है कि माओवादियों के सेंट्रल कमेटी ने इस पोस्ट पर एक नए नक्सली नेता की नियुक्ति कर दी है। इसका नाम जनक सलाम बताया जा रहा है। जनक सलाम लम्बे वक़्त से छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर पर सक्रिय रहकर नक्सल गतिविधियों को अंजाम देता रहा है। इस इनामी नक्सली की तलाश पुलिस और सुरक्षाबलों को लम्बे वक़्त से है। जनक सलाम ने बस्तर डिवीजन का कमान सँभालने के साथ ही 16 दिसंबर को हुए आईईडी ब्लास्ट की जिम्मेदारी भी ली है।
पेड़का-अरनपुर आईईडी विस्फोट मामले में राष्ट्रीय जाँच एजेंसी यानी एनआईए को एक बड़ी सफलता मिली है, जिसमें सीपीआई (माओवादी) द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में 10 जवान शहीद हो गए थे। (Transfer and posting in banned Maoist party in Bastar) इस घातक हमले में एक नागरिक ने भी जान गंवाई थी। घटना के बाद कैडर के सदस्यों के खिलाफ अप्रैल 2023 में मामला दर्ज किया गया था।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) इस मामले में सघनता से जांच में जुटी थी तो वही गुरुवार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और छत्तीसगढ़ पुलिस की मदद से एक फरार आरोपी को गिरफ्तार किया। अन्य गिरफ्तार सह-आरोपियों के साथ प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन की आतंकी हमले की साजिश में बांद्रा ताती सीधे तौर पर इसमें शामिल था।
एनआईए ने बताया है कि, बांद्रा ताती आईईडी के परिवहन के अलावा, वह घातक हमले को अंजाम देने के लिए मुख्य मॉड्यूल को सुरक्षा/लॉजिस्टिक्स सहायता प्रदान करने में लगा हुआ था।
यह हमला 26 अप्रैल 2023 को दोपहर करीब 1.20 बजे किया गया था। दरअसल माओवादियों ने अरनपुर के पेड़का चौक के पास राज्य के जिला रिजर्व गार्ड (Transfer and posting in banned Maoist party in Bastar) दल के वाहन पर घात लगाकर हमला किया था और उस वाहन को विस्फोट कर उड़ा दिया था। इस हमले में वाहन चालक और 10 जवान शहीद हो गए थे। इस पूरे मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस ने 26 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार को सीपीआई (माओवादी) आतंकी गतिविधियों के मामले में अपनी जारी जांच के तहत छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र के दो जिलों में व्यापक तलाशी ली।
एनआईए-आरपीआर मामले में संदिग्धों से जुड़े कुल पांच स्थानों पर तीन पुलिस थाना क्षेत्रों के विभिन्न हिस्सों में तलाशी ली गई, जिनमें बीजापुर जिले में थाना गंगलूर और थाना भैरमगढ़ और सुकमा जिले में थाना जगरगुंडा शामिल हैं। (Transfer and posting in banned Maoist party in Bastar) तलाशी के दौरान, एनआईए की टीमों ने स्मार्ट फोन, सिम कार्ड और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए।
मई 2023 में मूल रूप से बीजापुर पुलिस द्वारा दर्ज किया गया मामला रुपये की बरामदगी से संबंधित है। कोतवाली बीजापुर क्षेत्र में दो संदिग्धों गजेंद्र माडवी और लक्ष्मण कुंजम से 6 लाख रुपये बरामद किए गए। वे सीपीआई (माओवादी) नेताओं के निर्देश पर अलग-अलग बैंक खातों में पैसे जमा करने जा रहे थे।
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Aranpur Naxalites IED Blast News : अपने प्रेस विज्ञप्ति में एनआईए ने बताया कि, इस साल फरवरी में मामले को अपने हाथ में लेने वाली एनआईए को जांच के दौरान प्रतिबंधित संगठन के कई समर्थकों और कार्यकर्ताओं के नाम मिले थे। आज की तलाशी इन संदिग्धों के खिलाफ जांच का हिस्सा थी, जिनके बारे में माना जाता है कि वे प्रतिबंधित संगठन की गतिविधियों में शामिल हैं, जिसमें सीपीआई (माओवादी) के लिए धन जुटाना भी शामिल है।
पुलिस को इसके अतिरिक्त बीजापुर में भी बड़ी कामयाबी मिली है। यहाँ सुरक्षाबलों और पुलिस की टीम ने 8 माओवादियों को गिरफ्तार किया है। (Transfer and posting in banned Maoist party in Bastar) दरअसल पुलिस और सुरक्षाबलों की टीम बासागुडा और नैमेड थाना इलाके में सर्चिंग में निकली हुई थी तभी घेराबंदी कर इन 8 नक्सलियों को धर दबोचा गया। गिरफ्त में आये नक्सलियों के पास से विस्फोटक सामान और कई दूसरी सामग्रियां भी बरामद की गई है।