Goncha Festival: जगदलपुर। बस्तर गोंचा महापर्व की तैयारी जोर शोर से चल रही है और भगवान जगन्नाथ स्वामी अनसर में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। जगदलपुर के सिरहासार भवन में रंग रोगन के साथ ही रथ यात्रा की तैयारी के लिए रथ भी तैयार हो रहा है। रियासत काल से बस्तर में जगन्नाथ पुरी की तर्ज पर गोंचा पर्व मनाया जाता है।
स्थानीय रस्मों और रवायतों के साथ यह पर्व पूरी रथ यात्रा से बिल्कुल अलग अपनी पहचान रखता हैं। भगवान जगन्नाथ की उपासना के साथ-साथ यहां तुपकियों का इस्तेमाल भी खुशी व्यक्त करने और आराधना के लिए किया जाता है। इससे जुड़ी कई मान्यताएं भी आम जनमानस में शामिल हैं। गोंचा पर्व के दौरान 9 दिनों तक सिरहासार में धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
Goncha Festival: फिलहाल बेड़ाउमरगांव के कारीगर रथ निर्माण प्रक्रिया में जुटे हुए हैं। 20 जून आषाढ़ शुक्ल पक्ष द्वितीया को परंपरा अनुसार नवनिर्मित भारत सहित 3 रथों पर भगवान जगन्नाथ सुभद्रा तथा बलभद्र स्वामी के 22 ग्रहों को रथा रूढ़कर श्री गोंचा रथ यात्रा शुरू होगी। इसके 1 दिन पूर्व 19 जून को नेत्रउत्सव का पूजा विधान बस्तर में पूरा किया जाएगा। यहां अद्भुत रस्मों की अदायगी करने के साथ ही देश के कोने कोने से आने वाले श्रद्धालु भगवान के दर्शन करने पहंचते हैं।