Female Naxalites are fighting against the police on the frontline : बस्तर: छत्तीसगढ़ में अब नकसली अपने वजूद बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। प्रदेश में सरकार बदलते ही नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन में तीजी आई हैं। सरकार की तरफ से पुलिस और सुरक्षाबलों को भी हैंड्स फ्री कर दिया गया हैं। यही वजह हैं कि हर दिन नक्सली और पुलिस के जवानों के बीच मुठभेड़ की ख़बरें मिलती हैं। इतना ही नहीं बल्कि इन एनकाउंटर में बड़ी संख्या में माओवादी मारे जा रहे हैं। गुरूवार को ही तेलंगाना सीमा जबकि मंगलवार को हुए मुठभेड़ में कुल 14 नक्सलियों को ढेर किया गया।
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इसी बीच बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि नक्सलियों में महिलाओं की संख्या ज्यादा छत्तीसगढ़ के नक्सल संगठन में महिला माओवादियों की संख्या पुरुषों से ज्यादा है। ये महिलाएं मुठभेड़ के दौरान फ्रंटलाइन पर रहती है। पिछले 6 महीने में हुए बड़े एनकाउंटर में 36 से ज्यादा महिलाएं मारी गईं। ये सभी 8 लाख तक की इनामी थीं। बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने कहा कि माओवादी महिलाओं का ब्रेनवॉश कर उन्हें अपने साथ शामिल कर लेते हैं और फ्रंट पर खड़ा कर देते हैं। वह उन्हें स्पेशल ट्रेनिंग देते हैं।
Female Naxalites are fighting against the police on the frontline : गुरूवार को छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर पर 6 नक्सलियों को सुरक्षाबलों ने ढेर कर दिया था। इनमें दो महिलाएं भी शामिल थी। जवानों ने हथियार और शव बरामद कर लिए हैं। दो जवानों को भी गोली लगी है। दरअसल तेलंगाना की ग्रेहाउंड पुलिस को सूचना मिली थी कोत्तागुडेम जिले के गुंडाला-करकागुडेम इलाके में भारी संख्या में नक्सली मौजूद हैं। इसी आधार पर फोर्स को एक दिन पहले ही सर्च ऑपरेशन के लिए भेजा गया था। दो दिनों में ये दूसरा बड़ा हमला था। इससे पहले 3 सितंबर को दंतेवाड़ा-बीजापुर बॉर्डर पर 9 नक्सली मारे गए थे अब तेलंगाना बॉर्डर पर 6 ढेर किए गए हैं।