जगदलपुर: दक्षिण छत्तीसगढ़ में माओवादियों के खिलाफ क्या कोई बड़ा एक्शन लिया जाएगा? क्या नक्सलियों के खिलाफ अभियान तेज करने के निर्देश मिले है या फिर किसी तरह से कोई बड़ा नक्सली नेता पुलिस के रडार में है? (CG Police Meeting on Odisha Border) आखिर क्या चल रहा है बस्तर में?
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दरअसल यह सवाल इसलिए उठ रहा है कि क्योंकि पुलिस के बड़े अधिकारियों ने बस्तर में डेरा डाल दिया है। आज छत्तीसगढ़ और ओडिशा राज्य की पुलिस ने नक्सल मुद्दे पर बड़ी बैठक की है। जगदलपुर में हुई इस मीटिंग में बस्तर संभाग के पुलिस महानिरीक्षक के साथ बसतर संभाग के चार जिलों के एसपी शामिल हुए।
यह पूरी बैठक ओडिसा के सीमावर्ती जिलों के साथ हुई है। संभावना जताई जा रही है कि पुलिस जल्द ही नक्सलियों के खिलाफ कोई बड़ा एक्शन लेने वाले है। हालाँकि सूत्रों का कहना है कि दोनों राज्यों की पुलिस अक्सर इस तरह की मीटिंग करते हुए जारी अभियानों की समीक्षा करती है। इस बैठक का मकसद गुप्त और जरूरी जानकारियां साझा करना भी होता है।
नक्सली अब अपने मांदो में वापिस लौट गए हुई। दरअसल बरसात के शुरुआत के साथ ही नक्सलियों का मूवमेंट भी जंगलो में नाम मात्र रहा जाता है। अमूमन माओवादी मानसून से शीत के बीच कम सक्रिय होते है। (CG Police Meeting on Odisha Border) जंगलों में भी उनकी मूवमेंट लगभग थम सी जाती है। ऐसे में पुलिस के लिए भी अपने अभियान को अंजाम देना और सरल हो जाता है।