4 Naxalites surrendered in Bastar: जगदलपुर। इसे पुलिस और सुरक्षाबलों की तरफ से किये जा रहे ताबड़तोड़ मुठभेड़ का असर कहे या सरकार के आकर्षक पुनर्वास नीति का प्रभाव? जो भी हो लेकिन सरकार और पुलिस की तरफ से नक्सल उन्मूलन के लिए किये जा रहे प्रयास और चलाये जा रहे अभियान का सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहा है। नक्सल संगठनों के निचले स्तर के कैडर अब पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर रहे है।
इसी कड़ी में जगदलपुर जिले में चार नक्सलियों ने सरेंडर किया है। आत्मसमर्पित सभी नक्सली कांकेर नेशनल पार्क एरिया कमेटी में सक्रिय थे। इनमें तीन पुरुष जबकि एक महिला माओवादी शामिल है। बताया जा रहा है कि इनमें एक नक्सली के सिर पर एक लाख रुपये का इनाम था। उस पर हत्या, लूट और पुलिस पार्टी पर हमला करने जैसे कई गंभीर आरोप भी है। वही दो अन्य नक्सलियों का नाम पांडु और छोटा पांडू हैं। यह दोनों प्रवासी एरिया में एक्टिव तरीके से नक्सल गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे। पुलिस ने बताया हैं कि सभी नक्सलियों को राज्य सरकार के पुनर्वास नीति के तहत लाभ प्रदान किया जाएगा।
4 Naxalites surrendered in Bastar: बता दें कि एक दिन पहले ही दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ नक्सल मामलों पर अहम समीक्षा बैठक की थी। इस बैठक में उन्होंने नक्सल गतिविधियों में शामिल युवाओं से अपील किया था कि वह सरेंडर करते हुए सरकार के साथ देश, प्रदेश के विकास की गति प्रदान करें। उन्होंने बताया था कि नक्सल विचारधारा के साथ किसी भी युवा का कोई भविष्य नहीं है। इसी तरह मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी माओवादियों से आत्मसमर्पण की अपील करते हुए कहा था कि, उनकी सरकार आत्मसमर्पित सभी नक्सलियों को पुनर्वास योजना का पूरा लाभ देंगे।