Chhattisgarh Health System: नहीं मिला महतारी वाहन तो प्रसूता को ‘मालवाहक पिकअप’ से भेजा अस्पताल.. अब अफसर कर रहे हैं जाँच का दावा

यह घटना स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही और आपातकालीन सेवाओं की कमी को उजागर करती है। आवश्यक है कि संबंधित अधिकारी इस मामले की गंभीरता से जांच करें और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए उचित कदम उठाएं।

Chhattisgarh Health System: नहीं मिला महतारी वाहन तो प्रसूता को ‘मालवाहक पिकअप’ से भेजा अस्पताल.. अब अफसर कर रहे हैं जाँच का दावा

The truth of Chhattisgarh Health System || Image- IBC24 News File


Reported By: Arun Soni,
Modified Date: February 5, 2025 / 11:23 pm IST
Published Date: February 5, 2025 11:22 pm IST

बलरामपुर: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की गंभीर कमी का एक चिंताजनक मामला सामने आया है, (The truth of Chhattisgarh Health System) जिसने स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

Read More: CM Vishnu Deo Sai in Raigarh: भाजपा उम्मीदवार के दूकान पर CM विष्णुदेव साय ने बनाई चाय.. सभी को परोसा, चुनाव प्रचार में नजर आया अलग अंदाज

दरअसल दूरस्थ ग्राम पंचायत मनोहरपुर की एक गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा होने पर, उसके परिजन किसी तरह उसे शंकरगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे। वहां डॉक्टर ने प्राथमिक जांच के बाद उसे अंबिकापुर रेफर कर दिया। हालांकि, 102 महतारी एंबुलेंस उपलब्ध न होने के कारण, परिजनों को मजबूरन महिला को पिकअप वाहन के पीछे लिटाकर अंबिकापुर ले जाना पड़ा। वही रास्ते में महिला की हालत बिगड़ने पर, परिजनों ने उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजपुर में भर्ती कराया। इस दौरान, महिला दर्द से चिल्ला रही थी और तड़प रही थी। पिकअप वाहन में महिला की यह स्थिति स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली को दर्शाती है।

 ⁠

अब कर रहे जाँच की बात

राजपुर में पदस्थ बीएमओ डॉ. राम प्रसाद तिर्की ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यदि महिला को इस हालत में अंबिकापुर की जर्जर सड़क पर ले जाया जाता, तो उसका प्रसव गाड़ी में ही हो सकता था। (The truth of Chhattisgarh Health System) उन्होंने यह भी कहा कि यदि शासन की ओर से वाहन की सुविधा है, तो हितग्राहियों को यह मिलनी चाहिए। इस मामले में बलरामपुर जिले के सीएमएचओ ने आईबीसी 24 से फोन पर बात करते हुए जांच के निर्देश दिए हैं।

Read Also: Chhattisgarh Naxalites Arrested: जंगलों में बेफिक्री से घूम रहे थे ब्लास्ट के आरोपी माओवादियों के सहयोगी.. 5 चढ़े सुरक्षाबलों के हत्थे

यह घटना स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही और आपातकालीन सेवाओं की कमी को उजागर करती है। आवश्यक है कि संबंधित अधिकारी इस मामले की गंभीरता से जांच करें और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए उचित कदम उठाएं।

No products found.

Last update on 2025-12-16 / Affiliate links / Images from Amazon Product Advertising API


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

A journey of 10 years of extraordinary journalism.. a struggling experience, opportunity to work with big names like Dainik Bhaskar and Navbharat, priority given to public concerns, currently with IBC24 Raipur for three years, future journey unknown