Publish Date - January 23, 2025 / 08:33 AM IST,
Updated On - January 23, 2025 / 08:35 AM IST
बालोद: Illegal Paddy Balod जिले में धान खरीदी अब अंतिम चरण पर है। इस बीच खाद्य और राजस्व विभाग ने बड़ी कार्यवाही की है। बालोद जिले के दो अलग-अलग जगहों पर अवैध रूप से रखे कुल 2 हजार 232 बोरी धान को जप्त किया गया है। बताया गया कि डौंडीलोहारा ब्लाक स्थित ग्राम गहिरानवा गांव में एक किसान के यहां से 564 बोरा धान मिला है। वहीं ग्राम भरनाभाट के आश्रित गांव डूमरघुंचा में एक किसान के यहां से 1 हजार 668 बोरी धान को जप्त किया हैं।
Illegal Paddy Balod इस कार्यवाही के बाद अवैध रूप से धान का व्यापार करने वालो में हड़कंप मच गया। धान को समर्थन मूल्य के सरकारी बोरो में भर कर रखा गया था। आशंका जताई जा रही है कि यह धान किसी कोचिए या फिर किसी मिलर्स का है। इतने बड़े पैमाने पर धान का इस तरह मिलना जांच का विषय बन गया है। किसानों के बयान और जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि ये धान आखिर कहा से आया है। और किस खरीदी केन्द्र में बेचा जाना था। सरकारी बोरा कैसा मिला, इन सभी बिंदुओं में जांच जारी है।
बालोद जिले में अवैध धान की कार्यवाही का कारण क्या था?
बालोद जिले में अवैध धान की कार्यवाही इसलिए की गई क्योंकि 2,232 बोरी धान सरकारी बोरे में अवैध रूप से रखी गई थी, जो तस्करी के तहत बेची जा सकती थी।
किस जगह से अवैध धान जब्त किया गया?
अवैध धान डौंडीलोहारा ब्लॉक के गहिरानवा गांव और भरनाभाट के डूमरघुंचा गांव से जब्त किया गया था।
जप्त किए गए धान को लेकर क्या शक है?
जप्त किए गए धान को लेकर यह शक है कि यह किसी कोचिए या मिलर्स का हो सकता है, क्योंकि धान को सरकारी बोरे में रखा गया था।
धान की तस्करी की जांच किस प्रकार की जाएगी?
जांच के दौरान किसानों के बयान और जप्त किए गए धान के स्रोत की जांच की जाएगी, जिससे यह पता चल सके कि यह धान किस खरीदी केंद्र में बेचा जाना था।
क्या यह कार्यवाही अवैध धान तस्करी के खिलाफ एक संदेश है?
हां, इस कार्यवाही के बाद तस्करों में हड़कंप मच गया है, और यह अवैध धान तस्करी के खिलाफ एक कड़ा संदेश देती है कि इस प्रकार की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।