कांग्रेस के चिंतन शिविर में हो सकती है बघेल के छत्तीसगढ़ मॉडल पर चर्चा

Baghel's Chhattisgarh model may be discussed in Congress's Chintan Shivir : दयपुर चिंतन शिविर में  पार्टी की मजबूती के लिए विभिन्न सुझावों पर भी बात होगी। इस कड़ी में सबसे अधिक महत्वपूर्ण छत्तीसगढ़ का मॉडल हो सकता है। पार्टी के आंतरिक सूत्रों के मुताबिक भूपेश बघेल अपनी तैयारी के साथ इस बैठक में रहेंगे।

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  • Publish Date - May 12, 2022 / 10:11 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:02 PM IST

बरुण सखाजी : उदयपुर चिंतन शिविर में  पार्टी की मजबूती के लिए विभिन्न सुझावों पर भी बात होगी। इस कड़ी में सबसे अधिक महत्वपूर्ण छत्तीसगढ़ का मॉडल हो सकता है। पार्टी के आंतरिक सूत्रों के मुताबिक भूपेश बघेल अपनी तैयारी के साथ इस बैठक में रहेंगे। छत्तीसगढ़ में राजनीतिक पकड़ और सरकार के जनता से जुड़ाव के तरीकों पर शिविर में बात हो सकती है। इस बैठक में बघेल की एक दर्जन से अधिक योजनाओं, राजनीतिक कार्यक्रमों, चुनावी, संगठनात्मक ढांचों पर विस्तार से बात हो सकती है।

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विश्वास दिलाने में कामयाब बघेल सरकार

उदयपुर चिंतन शिविर अपने आपमें महत्वपूर्ण है। इस शिविर के प्रमुख एजेंडे में पार्टी की 2024 की तैयारी है। साथ ही पार्टी राज्यों के चुनावों पर चर्चा करेगी। बताया जाता है कि इस बैठक में छत्तीसगढ़ को संगठनात्मक और सरकार संचालन के स्तर पर एक मॉडल के रूप में पेश किया जा सकता है। पार्टी पंजाब की हार के बाद राजस्थान और छत्तीसगढ़ को लेकर बेहद संवेदनशील है। ऐसे में यह जरूरी है कि इनमें कोई कसर न रहे। राजस्थान में जारी दंगे, भाजपा के विरोध प्रदर्शन से सरकार बैकफुट पर है। वहीं राजस्थान में पार्टी का आपसी कलह भी चिंता की वजह है। लेकिन छत्तीसगढ़ इस मामले में सबसे ऊपर नजर आ रहा है।

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कांग्रेस की एक ऐसी सरकार यहां काम कर रही है जो सरकार और पार्टी के बीच में अच्छा तालमेल बनाकर चल रही है। वहीं बघेल का सांस्कृतिक टच उन्हें राज्य में हर तरह से लोकप्रियता दे रहा है। नरवा, घुरवा, गरुआ, बाड़ी, किसान कर्ज माफी, बिजली बिल हाफ, धान बोनस, गोबरधन न्याय योजना, किसान न्याय योजना आदि के जरिए सरकार निचले पायदान तक पकड़ और पहुंच बनाए हुए है। इसके समानांतर पार्टी की गतिविधियां हों या पंचायत, निकाय के चुनाव। सभी में पार्टी का प्रदर्शन ठीक रहा है। इन सब बातों को देखकर उदयपुर चिंतन शिविर में बघेल के इस मॉडल को पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर रखकर आगे की रणनीति बना सकती है।

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छत्तीसगढ़ को बनाएंगे उदाहरण

कांग्रेस को नएपन के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है। मतदाताओं में विश्वास दिलाने की जरूरत है। भाजपा की विकासवादी, हिंदूवादी छवि को तोड़ने की जरूरत है। लेकिन इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरत है एक ऐसे मॉडल को दिखाने की जो चुनावी पैमानों पर भी मजबूत नजर आए और सरकार संचालन के मापदंडों पर भी। इसके लिए बेशक छत्तीसगढ़ का मॉडल अच्छा माना जा सकता है। वीडियो को अधिक से अधिक लोगों के साथ शेयर कीजिए और मुझे कमेंट करके बताइए कि क्या बघेल मॉडल कांग्रेस की नैया पार लगा सकता है।