रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने उत्कल समाज एवं प्रदेश वासियों को नुआखाई की दी बधाई शुभकामनाएं।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ महंत ने प्रदेशवासियों और विशेष रूप से उत्कल समाज के लोगों को नुआखाई पर्व की बधाई और शुभकामनाएं देते हुये इस पर्व की विशेषता पर कहा की, पश्चिमी ओडिशा में नए चावल आने की खुशी में इस त्यौहार को मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी के ठीक एक दिन बाद नुआखाई पर्व मनाया जाता है। यहां पर “नुआ” का मतलब होता है “नया” और “खाई” का मतलब होता है “खाना”।
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नुआखाई का मतलब यह है कि नए खाने की फसल उग आई हैं और इसी खुशी में हर साल नुआखाई त्यौहार पूरे उल्लास के साथ मे मनाया जाता है। इस दिन चावल का पारंपरिक रूप से केक भी बनाया जाता है जिसे अरसा पीठा के नाम से जाना जाता है। इस दिन माँ समलेश्वरी देवी को नए चावल अर्पित किये जाते है।
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विधानसभा अध्यक्ष डॉ महंत ने लोगों से पर्व मनाने के दौरान कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिये जरूरी उपायों का पालन करने की अपील की है।