रायपुरः Anwar Dhebar fake hologram छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के समय ढाई हजार करोड़ रुपए का शराब घोटाला हुआ था। EOW की टीम इस मामले की जांच कर रही है। इसी बीच EOW को इस पूरे घोटाले को लेकर तगड़े सबूत मिले हैं। प्रकरण में मुख्य आरोपी अनवर ढेबर के धनेली स्थित परिसर में डुप्लीकेट होलोग्राम (Duplicate hologram) की कई रोल अधजले हालत में एजेंसी ने जब्त किया है। इसके साथ ही सबूत मिटाने का प्रयास करने वाले तीन आरोपियों अनुराग द्वेदी, अमित सिंह और दीपक दुआरी को गिरफ्तार किया गया है। तीनों अनवर ढेबर, अरविंद सिंह के गुर्गे बताए जा रहे हैं। EOW ने प्रेस विज्ञाप्ति जारी कर इसकी जानकारी दी है।
Anwar Dhebar fake hologram : EOW ने बताया है कि इस जमीन में नोएडा से लाकर नकली होलोग्राम और खाली शिशियों का भंडारण किया जाता था। यहीं से नकली सामान डिस्टलरी को सप्लाई किया जाता था। जिसके बाद अवैध शराब में नकली होलोग्राम लगाकर उसे सरकारी दुकानों से बेचा जाता था। इससे आने वाले पैसों को अनवर ढेबर द्वारा शराब घोटाला सिंडिकेट, नेताओं और अधिकारियों में बांटा जाता था। एजेंसी ने कहा है कि नकली होलोग्राम के वाली अवैध शराब बोतलों को वर्ष 2019-22 तक सरकारी दुकानों के माध्यम से बेचा गया। जांच शुरु होने पर पकड़े जाने के आरोपी अनवर ढेबर और अरविंद सिंह के कहने आरोपियों ने जलाने का प्रयास किया और इसे जमीन में गाड़ दिया। इसके साथ ही इसे नष्ट करने का प्रयास किया गया है। जब्त की कार्रवाई की वीडियोग्राफी की गई है और परिसर को सील कर दिया गया है।
बता दें कि हजारों करोड़ के शराब घोटाले में नकली होलोग्राम का प्रयोग किया गया था। इस मामले की ईडी के बाद EOW भी जांच कर रही है। वहीं इस प्रकरण में नकली होलोग्राम बनाने वाले फर्म के संचालक के साथ ही अन्य प्रमुख आरोपियों के खिलाफ नोयडा के एक थाने में FIR दर्ज किया गया है। कुछ दिनों पहले ही नोएडा पुलिस ने होलोग्राम निर्माता विदु गुप्ता के साथ ही अनवर ढेबर और कुछ अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है।